कपड़े उतारकर पत्रकारों की बेरहमी से पिटाई...यह महज तस्वीर नहीं, तालिबानी जुल्म की है खौफनाक सच्चाई

punjabkesari.in Thursday, Sep 09, 2021 - 01:02 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: अफगानिस्तान में तालिबानी शासन आने के साथ ही अब आम लोगों पर उनकी बर्बरता बढ़ती ही जा रही है। सोशल मीडिया पर इनदिनों हैरान कर देने वाली तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है जिसमें तालिबान के लड़ाकों द्वारा न सिर्फ महिलाओं को पीटा गया बल्कि वहां मौजूद पत्रकारों की बेरहमी से पिटाई भी की गई। तालिबान के लड़ाकों द्वारा महिलाओं को पीटा गया, वहीं वहां मौजूद पत्रकारों को भी मारा गया।  तालिबान के लड़ाकों ने महिलाओं और पत्रकारों को डंडों और रायफल की बट से मारा है। साथ ही कई पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें पीटा गया है। इस घटना की फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। 


तालिबान द्वारा दो पत्रकारों की पिटाई की एक तस्वीर अफगानिस्तान को कवर करने वाले द न्यूयॉर्क टाइम्स के रिपोर्टर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस तस्वीर को शेयर किया है, जो तालिबानी जुल्म की कहानी बयां कर रही है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कल काबुल में दो पत्रकारों को प्रताड़ित किया गया और बुरी तरह से पीटा गया है। बताया जा रहा है कि तालिबानी लड़ाके पत्रकारों को कमरे में बंद कर घंटों पीटा और उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा किया। पत्रकारों की पिटाई का वीडियो देखकर आप हिल उठेंगे। 

अफगानिस्तान में तालिबान ने किया अंतरिम सरकार का गठन
वहीं तालिबान ने अफगानिस्तान की कार्यवाहक सरकार के मंत्रिमंडल की घोषणा करते हुए मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। मंत्रिमंडल में अमेरिका नीत गठबंधन और तत्कालीन अफगान सरकार के सहयोगियों के खिलाफ 20 साल तक चली जंग में दबदबा रखने वाली तालिबान की शीर्ष हस्तियों को शामिल किया गया है। इसमें वैश्विक स्तर पर आतंकी नामित किए गए हक्कानी नेटवर्क के एक नेता को गृह मंत्री का प्रभार सौंपा गया है।

तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने काबुल में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि 'नयी इस्लामिक सरकार' में संगठन की निर्णय लेने वाली शक्तिशाली इकाई ‘रहबरी शूरा' के प्रमुख मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद प्रधानमंत्री होंगे जबकि मुल्ला अब्दुल गनी बरादर उप प्रधानमंत्री होंगे। हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख और सोवियत विरोधी क्षत्रप जलालुद्दीन हक्कानी के बेटे सिराजुद्दीन हक्कानी को 33 सदस्यीय मंत्रिमंडल में गृह मंत्री बनाया गया है और मंत्रिमडल में एक भी महिला सदस्य नहीं है। तालिबान ने समावेशी सरकार गठित करने का वादा किया था, लेकिन मंत्रिमंडल में हजारा समुदाय का एक भी सदस्य नहीं है।
 


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Content Writer

Anil dev

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