इमरान सरकार ने 3 साल में छीनीं 1.5 लाख नौकरियां, सबसे ज्यादा प्रभावित कर्मचारी सिंध से
punjabkesari.in Wednesday, Sep 01, 2021 - 02:40 PM (IST)
पेशावरः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की संघीय सरकार पर तीन साल में करीब 1.5 लाख लोगों को नौकरियों से निकालने का आरोप लगा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से 80 फीसदी प्रभावित कर्मचारी सिंध प्रांत के रहने वाले हैं।
अवामी आवाज ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में कहा, 1.5 लाख कर्मचारियों में अधिकतर सिंधी के होने का आंकड़ा पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की मौजूदा सरकार का सिंध विरोधी पूर्वाग्रह दिखाता है । सिंध वासियों का आरोप है कि इमरान सरकार सिंध व उसके लोगों को आर्थिक कर्मजोर करने की साजिश की तहत उनसे भेदभाव कर रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस सप्ताह विभिन्न केंद्रीय कार्यालयों से 16,000 लोगों को निकाला गया, जिनमें सुई सदर्न गैस के 2,000 सिंधी कर्मचारी भी थे। ये कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं, क्योंकि पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें पिछले 11 साल की नौकरी के दौरान लिया वेतन लौटाने का आदेश दिया है। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के कानून के हिसाब से किसी भी सरकारी कर्मचारी को बर्खास्त करने से पहले तीन महीने का नोटिस देना होता है, लेकिन इतने सारे कर्मचारियों को अचानक उनकी नौकरियों से किसी कानून के तहत हटाया गया है, ये स्पष्ट नहीं है।