इमरान ने माना कंगाल हुआ पाकिस्तान, सरकार चलाने के लिए नहीं है देश के पास पैसे
punjabkesari.in Thursday, Nov 25, 2021 - 02:13 PM (IST)
इस्लामाबादः आर्थिक मदहाली के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे प्रधानमंत्री इमरान खान ने कबूल कर लिया है कि उनका देश कंगाल हो चुका है । इमरान ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे पास देश को चलाने के लिए पैसा नहीं है और इसी वजह से पाकिस्तान को कर्जा लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जिस घर में खर्च ज्यादा हो और आमदनी कम हो तो वह घर हमेशा दिक्कतों से घिरा रहेगा और यही हाल पाकिस्तान का हो गया है। इमरान का यह बयान अब सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है।
विदेशी कर्ज नहीं लेने का वादा करके आई इमरान खान सरकार लगातार लोन चुकाने के लिए लोन लेती जा रही है। हाल में ही पाकिस्तान की संसद में इमरान खान सरकार ने कबूल किया था कि अब हर पाकिस्तानी के ऊपर अब 1 लाख 75 हजार रुपये का कर्ज है। इसमें इमरान खान की सरकार का योगदान 54901 रुपये है, जो कर्ज की कुल राशि का 46 फीसदी हिस्सा है। कर्ज का यह बोझ पाकिस्तानियों के ऊपर पिछले दो साल में बढ़ा है। यानी जब इमरान ने पाकिस्तान की सत्ता संभाली थी तब देश के हर नागरिक के ऊपर 120099 रुपये का कर्ज था।
इमरान खान ने कहा कि खर्च ज्यादा होने की वजह से पाकिस्तान निवेश नहीं कर पा रहा है और इससे देश का विकास नहीं हो पा रहा है। दरअसल ऋण लेकर कर्ज चुका रहे कंगाल पाकिस्तान को अब विदेशी एजेंसियों से कर्ज नहीं मिल पा रहा है। IMF ने पाकिस्तान को एक अरब डॉलर का लोन देने से इनकार कर दिया है। IMF को मनाने के लिए इमरान सरकार ने बिजली और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी वृद्धि की लेकिन इससे भी वैश्विक संस्था को संतुष्ट नहीं किया जा सका। IMF से कर्ज नहीं मिलने से अब इमरान खान को चीन या खाड़ी देशों के आगे एक बार फिर से झोली फैलाना पड़ सकता है।
दरअसल, IMF ने पाकिस्तान सरकार के गिड़गिड़ाने पर उसे तबाही के कगार पहुंची अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए 6 अरब डॉलर का एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी दिया था। इसके तहत एक अगली किश्त के रूप में एक अरब डॉलर दिया जाना था। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पाकिस्तान सरकार और IMF के बीच इस पैसे को लेकर बात नहीं बन पाई है। यही नहीं पाकिस्तान के व्यवहार को देखते हुए पूरे डील के ही रद होने का खतरा पैदा हो गया है। IMF को खुश करने के लिए ही इमरान खान सरकार ने पिछले दिनों बिजली के दाम में 1.39 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि की थी। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान को अभी बिजली की दर को डेढ़ से लेकर ढाई रुपये तक और बढ़ाना होगा।