ब्रिटिश कंपनी ने पाक नेताओं पर लगाया मनीलांड्रिंग का आरोप, एक्शन में इमरान सरकार

punjabkesari.in Tuesday, Jan 19, 2021 - 02:04 PM (IST)

लंदनः ब्रिटेन की  कंपनी द्वारा पाकिस्तान के कुछ नेताओं के मनी लांड्रिंग में शामिल होने के दावे के बाद पाक की इमरान खान सरकार एक्शन में आ गई  है। इमरान ने कंपनी के दावे को संज्ञान लेते हुए मामले में पूर्ण पारदर्शिता बरतने की अपील की है। ‘ब्रॉडशीट एलएलसी’ के मालिक कावेह मौसावी ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि पाकिस्तान के पूर्व नवाज प्रधानमंत्री शरीफ ने उनकी कंपनी को अपनी विदेशी संपत्ति के खिलाफ जारी जांच को रोकने के लिए रिश्वत की पेशकश की थी। कंपनी के पास कई अन्य बड़ी हस्तियों के भी भ्रष्टाचार और धनशोधन में शामिल होने के सबूत हैं।

 

इमरान ने बुधवार को मौसावी के दावे पर सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘पनामा पेपर्स ने हमारे कई नेताओं के भ्रष्टाचार और धनशोधन में लिप्त होने का खुलासा किया था। अब ब्रॉडशीट एलएलसी ने भी ऐसा ही दावा किया है। ये खुलासे एक बड़े प्रकरण का छोटा-सा हिस्सा भर हैं। हम ब्रिटिश कंपनी से पाकिस्तान के नेताओं से जुड़े धनशोधन मामले में पूर्ण पारदर्शिता की उम्मीद रखते हैं। हम चाहते हैं कि वह उस व्यक्ति के बारे में भी बताए, जिसने जांच रोकने की कोशिश की।’ 

 

मौसावी के खुलासे के बाद खान ने ऊपर उल्लेख किए गए लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए एक अंतरमंत्रालयी समिति गठित की है। सूचना मंत्री शिबली फराज ने कहा, ''कैबिनेट ने एक अंतर मंत्रालयी समिति गठित की है, जो ब्रॉडशीट कांड में उल्लेख किए गए व्यक्तियों के नामों का खुलासा करेगी।" उन्होंने कहा कि खान ने जांच के बाद उन नामों को सार्वजनिक करने का फैसला किया है। 

 

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश कंपनी से जुड़े एक वकील ने बताया था कि ब्रॉडशीट जांच में मुख्य निशाने पर शरीफ हैं।  गौरतलब है कि  नवाज शरीफ इलाज के लिए  पिछले साल नवंबर से लंदन में रह रहे हैं । लाहौर उच्च न्यायालय ने उन्हें इलाज के लिए चार हफ्तों के वास्ते विदेश जाने की अनुमति दी थी। पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके शरीफ, भ्रष्टाचार के दो मामलों में अदालत में पेश होने में नाकाम रहें, जिसके बाद इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया है।

 


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Tanuja

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