पाकिस्तान में हिंसा को बढ़ावा दे रहे इमरान, शिया-सुन्नी मुसलमानों में बढ़ा टकराव

punjabkesari.in Thursday, Sep 17, 2020 - 03:36 PM (IST)

 पेशावरः पाकिस्तान लंबे समय से सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में है। इन दिनों पाकिस्तान में शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच फिर टकराव बढ़ गया है। देश में दोनों कौमों के बीच तनाव से जेश हिंस की आग में जल रहा है। लोग इसके लिए इमरान खान सरकार को बता रहे हैं। शियाओं को डर है कि पाकिस्तान में 1980 और 90 के दशक में भड़की हिंसा जैसी घटना हो सकती है।

 

तब सैकड़ों लोग सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए थे। साल 2011-2019 तक यहां विभिन्न सांप्रदायिक हिंसा में 10 हजार से ज्यादा लोग मारे गए। इनमें 5 हजार से ज्यादा शिया हैं। पिछले हफ्ते सुन्नी मुसलमानों और आतंकी संगठनों ने कराची में शिया मुसलमानों के खिलाफ प्रदर्शन किए। उन्होंने दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान बंद करा दिए। सड़कें जाम कर दीं। उन्होंने नारे लगाए कि शिया काफिर हैं, इन्हें मार दिया जाए।

 

प्रदर्शनों की अगुआई प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिपाह ए सबाह ने की। रावलपिंडी के प्रमुख शिया मौलवी अली रजा कहते हैं कि प्रधानमंत्री इमरान खान इस शिया विरोधी प्रदर्शनों के लिए जिम्मेदार हैं। ऐसा लगता है कि सरकार जानबूझकर हेट स्पीच को बढ़ावा दे रही है। शियाओं को मैसेज भेजकर उन्हें काफिर बताया जा रहा है। उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है।


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Tanuja

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