हांगकांग संसद में जमकर चले लात-घूसे, स्ट्रेचर पर ले जाने पड़े घायल सांसद (Video)
punjabkesari.in Saturday, May 09, 2020 - 11:57 AM (IST)
हांगकांगः हांगकांग की संसद में शुक्रवार को जमकर कर हंगामा हुआ और सांसद आपस में भिड़ गए। हालात इतने खराब हो गए कि सिक्यॉरिटी गार्ड्स को लोकतंत्र समर्थकों को बाहर निकालना पड़ा । इस दौरान चले लात-घूसों से एक सांसद घायल हो गया और उसे स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा। दरअसल चीन समर्थक एक सांसद कमिटी के चेयरपर्सन की कुर्सी पर जाकर बैठ गईं। यह कमिटी कई महीनों से चल रहे गतिरोध को खत्म करने के लिए बनाई गई थी। पहले चेयरपर्सन रह चुकीं पेइचिंग समर्थक स्टैरी ली ने शुक्रवार को कहा कि नया चेयरपर्सन नहीं होने की वजह से वह मीटिंग की अध्यक्षता कर चुकी हैं।
ऐसा कहकर वह वह चेयरपर्सन की सीट पर जाकर बैठ गईं। इसके बाद सिक्यॉरिटी स्टाफ और दूसरे पेइचिंग समर्थक सांसद बेंच के पास पहुंच गए और लोकतंत्र समर्थक सांसदों को दूर रखने की कोशिश करने लगे। इस दौरान दोनों खेमों में खूब बहस हुई और पेइचिंग समर्थक और लोकतंत्र समर्थक सांसदों के बीच टकराव ने आक्रामक रूप ले लिया। हालात उस वक्त बेकाबू हो गए जब ली ने मीटिंग का ऐलान किया। लोकतंत्र समर्थक सांसद क्लॉडिया मो ने ली को 'पेइचिंग का खतरनाक कीड़ा' बता डाला। इसके साथ ही लोकतंत्र समर्थक सांसद बेंच के पास पहुंच गए जिन्हें सिक्यॉरिटी गार्ड्स ने रोकने की कोशिश की और कुछ को बाहर भी निकाल दिया। ज्यादातर लोकतंत्र समर्थक सांसदों ने वॉआउट कर दिया और सत्र को रोक दिया गया।
VIDEO: 🇭🇰 Rival Hong Kong lawmakers clashed inside the city's legislature on Friday, raising political tensions weeks after Beijing sparked a constitutional row by calling for filibustering opposition politicians to be removed from office pic.twitter.com/nRDHJHT3mw
— AFP news agency (@AFP) May 8, 2020
क्वोक विंग किन ने चेंबर में कुछ पेपर फेंक दिए थे जिसके बाद सिक्यॉरिटी गार्ड्स ने उन्हें बाहर निकाल दिया। बता दें कि पेइचिंग समर्थक सांसदों ने लोकतंत्र समर्थक सांसद और हाउस कमिटी के डेप्युटी चेयरपर्सन डेनिस क्वोक पर आरोप लगाया था कि उन्होंने 6 महीने तक नए चेयरपर्सन के चुनाव के रास्ते में बाधा खड़ी कर रखी है। चीन ने पिछले महीने क्वोक को सार्वजनिक तौर पर फटकार लगाई थी। इसके बाद चीन के खिलाफ हांगकांग के आंतरिक मुद्दों में दखल देने का आरोप लगा था और विरोध प्रदर्शन किए गए थे।