अमेरिका में हाई रिस्क मरीजों को लगेगी कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज, FDA ने दी मंजूरी

punjabkesari.in Friday, Aug 13, 2021 - 12:42 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को लेकर अमेरिका में एक बड़ा फैसला लिया गया है। अमेरिका में अब हाई रिस्क ग्रुप में आने वाले मरीजों को वैक्सीन की तीसरी डोज दी जाएगी। हाई रिस्क कैटेगरी में वो मरीज आते हैं जो पहले से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं और जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है। जिन मरीजों का कोई ट्रांसप्लांट हुआ है या फिर वो कैंसर जैसे घातक रोग से पीड़ित हों, वो हाई रिस्क कैटेगरी में आते हैं। यूएस फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) की तरफ से यह ऐलान किया गया है। दुनिया भर में अब डेल्टा वेरिएंट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

 

डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर की आसंका जताई जा रही है। अमेरिका से पहले इज़रायल और जर्मनी जैसे देशों में पहले से ही हाई रिस्क मरीजों को वैक्सीन की तीसरी डोज दी जा चुकी है। अमेरिका में अब फाइज़र और मॉर्डना वैक्सीन की तीसरी डोज़ लोगों को दी जा रही है। इस वैक्सीन के दो डोज़ के बीच का अंतर चार हफ्तों का रखा जाता है। अमेरिका में 3 फीसदी हाई रिस्क ग्रुप वाले मरीज हैं जिनकी दो डोज के बाद भी एंटीबॉडीज़ कम हो रही है।

 

FDA ने कहा कि आम लोगों को तीसरी डोज नहीं दी जाएगी। सिर्फ उन लोगों को ही तीसरी डोज दी जाएगी जो हाई रिस्क में आते हैं। अमेरिका में एक स्टडी के मुताबिक  ट्रांसप्लांट कराने वाले 650 मरीजों में देखा गया कि वैक्सीन की दो डोज लेने के बाद भी उनके शरीर में सिर्फ आधी एंटीबॉडीज बची थी। पिछले कुछ समय से देश के दक्षिणी हिस्से में अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है। अमेरिका में बच्चों के भी कोरोना की चपेट में आने की बात सामने आई है।


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Content Writer

Seema Sharma

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