ऑस्ट्रेलियाई जंगलों में फैली आग हुई और भयावह: एक और दमकलकर्मी की मौत

punjabkesari.in Sunday, Jan 12, 2020 - 03:29 PM (IST)

 सिडनीः ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में पिछले 4 माह से फैली आग और भयावह हो गई है। यहां नए साल की शुरुआत भी इसी रंग और चिंता के साथ हुई। हालांकि यहां के झाड़ीनुमा जंगल में आग पिछले साल सितंबर से ही लगी है ।इस आग से कम से कम 28 लोगों की जान जा चुकी है। डेनमार्क से बड़ा ऑस्ट्रेलिया का एक हिस्सा आग की चपेट में है। आशंका है कि हालात और बुरे होंगे। तापमान के टूटते सारे रिकॉर्ड, सूखे जंगल और तेज़ हवा के कारण आग और भयावह हो गई है। इसी महीने सिडनी का तापमान 49 डिग्री तक पहुंच गया था। 2017 से न्यू साउथ वेल्स और क्वीन्सलैंड में बारिश लगातार कम होती गई।

 

 जंगल की आग के संकट से पूरी रात जूझ रहा एक दमकलकर्मी अचानक एक पेड़ के गिर जाने से मारा गया।  समूचा दक्षिण पूर्वी ऑस्ट्रेलिया जंगल की आग से जूझ रहा है और कई दमकलकर्मी इसे बुझाने के काम में लगे हैं। विक्टोरिया के वन दमकल प्रबंधन के कार्यकारी निदेशक क्रिस हार्डमैन ने बताया कि इन्हीं दमकलकर्मियों में से एक बिल स्लेड की शनिवार को पूर्वी विक्टोरिया राज्य में ओमियो के पास मौत हो गई। उन्होंने बताया कि 60 वर्षीय स्लेड को पिछले साल नवंबर में वन एजेंसी में उनकी 40 साल की सेवा के लिए सराहा गया था।  

 

बारिश नहीं होने का असर ना केवल कृषि उत्पादन पर पड़ा बल्कि इससे आग फैलने में भी मदद मिली। साउथ वेल्स में क़रीब एक करोड़ एकड़ का इलाक़ा जलकर ख़ाक हो गया है। गर्मी के मौसम में ऑस्ट्रेलिया सामान्य तौर पर गर्म और सूखा रहता है लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण सूखे और गर्मी का दायरा बढ़ता गया ऐसे में झाड़ियां भी सूखती गईं। ऑस्ट्रेलिया का हर स्टेट आग से प्रभावित है लेकिन सबसे बुरी तरह से न्यू साउथ वेल्स आग की चपेट में आया है। ऑस्ट्रेलिया के बड़े शहर मेलबॉर्न और सिडनी भी आग से प्रभावित हैं। दिसंबर की शुरुआत में सिडनी की हवा की गुणवत्ता ख़तरनाक स्तर पर पहुंच गई थी।ऑस्ट्रेलिया में गर्मी का मौसम दिसंबर से फ़रवरी तक रहता है। टाइम पत्रिका के अनुसार न्यू साउथ वेल्स का क़रीब 30 फ़ीसदी जंगल जल चुका है।

 

आशंका है कि इस हफ़्ते यह दायरा 50 फ़ीसदी तक जा सकता है।ऑस्ट्रेलिया के मौसम विभाग के अनुसार साल 2019 सबसे गर्म रहा था। आंकड़े दिखाते हैं कि ऑस्ट्रेलिया का तापमान 1910 के बाद से एक डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है। दिसंबर के अंत में हर राज्य में 40 डिग्री से ऊपर तापमान दर्ज किया गया था।इसमें तस्मानिया राज्य भी शामिल है जो आमतौर पर अन्य इलाक़ों के मुक़ाबले ठंडा रहता है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने आग (बुशफायर) से निपटने के तरीक़े को लेकर खेद ज़ाहिर किया है। स्कॉट मॉरिसन आग और जलवायु परिवर्तन के मसले पर उनकी सरकार के रुख़ पर आलोचना का सामना कर रहे हैं।

 

प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने माना कि, ''ज़मीनी स्तर पर मैं कई चीज़ें बेहतर तरीक़े से संभाल सकता था।'' पिछले कुछ हफ़्तों में न्यू साउथ वेल्स और विक्टोरिया राज्यों में आग से प्रभावित इलाक़ों के दौरे के दौरान स्कॉट मॉरिसन को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा । स्कॉट मॉरिसन सरकार पर जलवायु परिवर्तन के मसले पर पर्याप्त क़दम न उठाने का आरोप लगाया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन पर सरकार के रवैये के चलते ही बार-बार और भयानक आग लग रही है।
 


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Tanuja

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