गुरुद्वारे पर ISIS हमले के बाद दहशत में अफगान सिख, भारत से शरण की लगाई गुहार

punjabkesari.in Sunday, Jun 19, 2022 - 05:21 PM (IST)

काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के कार्ते परवान इलाके में एक गुरुद्वारे पर शनिवार तड़के भीषण आतंकी हमले में 2 लोगों की मौत हो गई। आतंकवादी बाहर से गोलियां चलाते हुए गुरुद्वारे के भीतर दाखिल हुए और सिखों के घरों को भी निशाना बनाया। हमलावरों ने सुरक्षाकर्मी की हत्या कर दी और ग्रेनेड के साथ अंदर घुसे। हमले के सूचना पास की चौकियों पर मौजूद तालिबान सदस्यों को मिलते ही वे मौके पर पहुंचे।  गुरुद्वारे पर इस  हमले के बाद दहशतजदा अफगान सिखों ने  भारत से शरण देने की  गुहार लगाई  है। 

 

इस्लामिक स्टेट(ISIS) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकवादी संगठन ने गुरुद्वारे पर हमला करने वाले सुसाइड बॉम्बर की पहचान अबू मुहम्मद के रूप में की है। कुलजीत सिंह खालसा ने बताया कि यह हमला सुबह की अरदास शुरू होने से करीब आधा घंटा पहले हुआ। खालसा ने कहा, 'अगर हमला कुछ देर बाद होता तो अंदर और भी लोग मौजूद होते।' एक वक्त पर अफगानिस्तान हजारों हिंदुओं और सिखों का घर हुआ करता था  लेकिन दशकों के संघर्ष के बाद अब यहां सिर्फ गिनती के हिंदू और सिख बचे हैं। हाल के वर्षों में बचे हुए सिखों को लगातार ISIS की लोकल ब्रांच निशाना बना रही है। स्थानीय समयानुसार सुबह करीब छह बजे कार्ते परवान इलाके में पहले विस्फोट की आवाज सुनी गई।

 

प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, विस्फोट के कारण आसमान में धुएं का गुबार फैल गया। हमले के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। सिख समुदाय के नेताओं का अनुमान है कि तालिबान शासित अफगानिस्तान में सिर्फ 140 सिख बचे हैं, जिनमें से ज्यादातर पूर्वी शहर जलालाबाद और राजधानी काबुल में हैं। हमले में घायल हुए एक शख्स के रिश्तेदार ने कहा कि अफगानिस्तान में सिर्फ 20 सिख परिवार बचे हैं। उन्होंने कहा कि बचे हुए परिवार भी जल्द से जल्द निकलना चाहते हैं लेकिन भारत सरकार की ओर से उन्हें वीजा नहीं दिया जा रहा है जिस कारण वे यहां फंसे हुए हैं। रिश्तेदार ने कहा, 'अगर हमें वीजा मिले तो हम तुरंत चले जाएंगे।'


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Content Writer

Tanuja

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