बच्चों व किशोरों में कोरोना वायरस का नया लक्षण आया सामने

punjabkesari.in Monday, Apr 27, 2020 - 05:35 PM (IST)

सिडनीः खांसी, जुकाम, गले में खराश आदि के बाद कोरोना वायरस का बच्चों व किशोरों में नया लक्षण सामने आया है। कई यूरोपीय देशों और अमेरिका में संक्रमितों के पांवों में बैंगनी रंग के ऐसे छाले मिले हैं जो छोटी माता (चिकन पॉक्स) या खसरे में मिलते हैं। यह दोनों रोग भी वायरस से होते हैं। संक्रमण के लिए इन लक्षणों को शुरुआती बताया जा रहा है। स्पेन के चिकित्सकों के अनुसार इन छालों से उन संक्रमितों की पहचान होगी, जिनमें बाकी लक्षण नहीं नजर आते। यह बच्चों-किशोरों में ज्यादा है, जिनमें बाकी लक्षण मुश्किल से दिखते हैं।

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फ्रांस व इंग्लैंड में त्वचारोग विशेषज्ञों को वयस्क संक्रमितों में यह नजर आए हैं। पहले चिकित्सकों को अंदेशा था कि मकड़ी या किसी कीड़े के काटने पर यह छाले हुए हैं, लेकिन इनके फैलने पर इन्हें संक्रमण से जोड़ा गया  और जांच में इसकी पुष्टि भी हुई। इंग्लैंड की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के जनरल फिजिशियन डॉ. डेनियल गोर्डिन के अनुसार यह छाले संक्रमण की निशानी हो सकते हैं। कनाडाई चर्मरोग चिकित्सा संगठन अध्यक्ष डॉ. कैरी पर्डी के अनुसार मरीजों के पंजों व हाथ-पांव की अंगुलियों के पोर पर मिले इन लाल व बैंगनी के रंग के छालों में हल्का दर्द भी हो रहा है। इन्हें ‘कोविड-टो’ व ‘कोविड-हैंड्स’ नाम दिया गया है।

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ठंडे देशाें में बर्फबारी के समय लोगों में ऐसे छाले मिलते रहे हैं, लेकिन अभी गर्मी में यह मामले सामने आने पर इन्हें कोविड-19 से जोड़ा गया। वहीं फ्रांस, स्पेन और अमेरिकी चर्मरोग अकादमियों ने विश्व भर के चर्मरोग विशेषज्ञों को मरीजों में छाले मिलने पर कोविड-19 की जांच करने के लिए कहा है। अमेरिका के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंर्फोमेशन और मैसाच्युसेट्स की डॉ. सुसन विलकॉक्स के अनुसार संक्रमण में कुछ अंगों में सूजन आ सकती है। संक्रमण ज्यादा हो तो सूजन त्वचा के ऊतकों को नुकसान करती है जिनसे छाले बनते हैं। छालों को भारी संक्रमण का लक्षण मान सकते हैं। यह शरीर के संक्रमण से बचाने का संकेत है।

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इन लक्षणों पर रखें नजर

  • फिलहाल बुखार, खांसी, नाक बंद होना व सांस लेने में परेशानी को प्रमुख लक्षण माना गया है जो अधिकतर मरीजों में मिले हैं।
  • थकान, सिरदर्द, शरीर में दर्द भी हल्के लक्षणों में हैं। संक्रमण गहरा है तो व्यक्ति प्रति मिनट 30 बार तक सांस लेने लगता है, जबकि सामान्य व्यक्ति 12-20 बार सांस लेता है।
  • सांस लेते समय सीने में दर्द या मुंह से घुरघुराने की आवाज आती है क्योंकि संक्रमण से निमोनिया होने पर फेफड़े में द्रव्य आ जाता है। 
  • स्पेन, फ्रांस और इटली में कई मामलों में संक्रमितों के पांवों में यह छाले बुखार से पहले नजर आए। बुखार और खांसी को अब तक सर्वप्रथम लक्षणों में गिने जा रहे हैं। छाले सात से 10 दिन में खुद ही ठीक भी हो रहे हैं।

 


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Tanuja

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