पाक में हर साल 1000 लड़कियों का जबरन धर्मांतरण, इसाई बच्ची नेहा का निकाह रहा 2020 की सबसे बड़ी खबर

punjabkesari.in Tuesday, Dec 29, 2020 - 04:44 PM (IST)

पेशावरः हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट में अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को धार्मिक आजादी के उल्लंघन को लेकर ‘खास चिंता वाला देश' घोषित किया है । हालांकि अमेरिका के इस की इस रिपोर्ट  पर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई है। पाकिस्तान में  स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग के अनुसार देश में  हिंदू और ईसाई लड़कियों के जबरन धर्मांतरण की घटनाएं रोजमर्रा की बात हो चुकी है। इन लड़कियों को आम तौर पर अगवा किया जाता है और फिर इनका निकाह करवाया जाता है। ऐसी लड़कियों में अधिकतर सिंध प्रांत से गरीब हिंदू लड़कियां होती हैं। सामाजिक कार्यकर्ता जिबरान नसीर इस नेटवर्क को ‘‘माफिया'' बताते हैं। रिपोर्ट के अनुसार हर साल लगभग 1000 अल्पसंख्यक लड़कियों का जबरन धर्मांरण करवा कर उनका निकाह करवाया जा रहा है। 

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हालांकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार  ऐसे मामलों को हमेशा से नजरअंदाज  करती आई है और दावा करती  है कि उनके शासन में सभी धर्मों के लोगों को पूरी आजादी है।  लेकिन हाल ही में ईसाई बच्ची 13 साल की आरजू रजा के अपहरण के बाद उसे जबरन धर्मांतरण के बाद निकाह  की घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान की असलियत सबके सामने ला दी । खास बात यह रही कि नाबालिग आरजू को ईसाई से जबरन मुसलमान बनाने का मामला पाक में  2020 की  सबसे बड़ी खबर मानी गई है। नेहा उन हजारों धार्मिक अल्पसंख्यक लड़कियों में से एक है, जिन्हें हर साल जबरन धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म कबूल करवाया जाता है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान यह चलन और बढ़ा है।

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नाबालिग आरजू पर हुए जुल्म की चर्चा पाकिस्तानी मीडिया से लेकर  इंटरनेट मीडिया तक हुई । पाकिस्तान में यह साल 2020 की सबसे बड़ी खबरों में से एक है। आरजू को जबरन ईसाई से मुसलमान बनाने के घटनाक्रम ने पाकिस्तान में जबरन धर्मांतरण और बाल विवाह के अभिशाप पर लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।पाकिस्तान में आरजू जैसी नाबालिग अल्पसंख्यक बच्चियों का जीवन कितने बड़े खतरे में है, यह उजागर हो चुका है। ऐसे भी बहुत से मामले हैं जो पाकिस्तानी अदालतों तक भी पहुंचते हैं, लेकिन वहां भी इन सिख, ईसाई और हिंदू लड़कियों को न्याय नहीं मिल पाता है।

 

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 जानकारी के अनुसार नेहा परवेज  को 28 अप्रैल  2019 को कराची के इत्तेहाद कस्बे से अगवा कर लिया गया था। वह भी तब नाबालिग थी जब उसका जबरन धर्मांतरण करके उसका निकाह इमरान नाम के मुसलमान से करा दिया गया। ऐसी घटनाएं बताती हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय कितना अधिक असुरक्षित है।  नेहा को गिरजाघर में संगीत की धुन पर स्तुति गान करना पसंद है लेकिन 14 साल की उम्र में जबरन धर्म परिवर्तन कर 45 साल के एक व्यक्ति से निकाह के बाद वह अपने इस शौक को पूरा करने से महरूम हो गई  । जिस शख्स से नेहा का निकाह हुआ है सके बच्चों की उम्र भी उससे दोगुनी है। नेहा का पति बाल विवाह और बलात्कार के आरोप में फिलहाल जेल में है ।

 


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Tanuja

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