PM इमरान के काम से नाखुश पाक सेना, ISI चीफ की नियुक्ति को लेकर बढ़ी तकरारः Report

punjabkesari.in Monday, Oct 25, 2021 - 12:49 PM (IST)

इस्‍लामाबादः  पाकिस्‍तान में खुफिया एजेंसी ISI के प्रमुख की नियुक्ति को लेकर पिछले कुछ समय से इमरान खान सरकार और सेना के बीच  तनातनी बढ़ती जा रही है। ट्रू साइक्‍लोन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्‍तान सेना के दम पर सत्ता तक पहुंचे सिलेक्टड प्रधानमंत्री  इमरान खान  जहां सेना के फैसलों से नाखुश  हैं वहीं सेना प्रमुख इमरान की कार्यशैली से नाराज नजर आ रहे हैं। हालांकि दोनों के बीच रस्‍साकशी के बीच लगातार ये दिखाने की कोशिश भी की जा रही है कि सब कुछ ठीक-ठाक है  लेकिन ISI के प्रमुख की नियुक्ति को लेकर ये अलगाव फिर से सभी के सामने आ गया है। रिपोर्ट के अनुसार इस पूरे मुद्दे पर इमरान खुद को हीन महसूस करने लगे हैं। इस रिपोर्ट में यहां तक कहा गया है कि पाकिस्‍तान सेना को इमरान सरकार के तौर तरीके पसंद नहीं आ रहे हैं।

 

ट्रू साइक्‍लोन के मुताबिक इमरान इस पद पर किसी अपने चहेते को बिठाना चाहते हैं जो उनकी नीतियों को खासतौर पर भारत से और भारत के साथ व्‍यापार से संबंधित नीतियों को आगे बढ़ाए लेकिन सेना को इमरान की पसंद नापसंद है । बता दें कि हाल ही में सेना के कुछ वरिष्‍ठ पदों पर बैठे अधिकारियों का तबादला किया गया है। वहीं सेना के तीन प्रमुख और वरिष्‍ठ अधिकारी के रिटायर होने की समय सीमा भी नजदीक आ गई है। जिन अधिकारियों का तबादला किया है कि उन्‍हें एक दूसरे अधिकारी की जगहों पर भेजा गया है। एक तरफ जहां इमरान खान चाहते है कि फैज हामिद को अभी खुफिया एजेंसी का प्रमुख बने रहने दिया जाना चाहिए, तो वहीं दूसरी तरफ सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा इस मसले पर सरकार को ही चुप रहने की हिदायत दे रहे हैं।

 

उनका कहना है कि सरकार को सेना के अंदरुणी मामलों में दखल नहीं देनी चाहिए। हालांकि इस पद के लिए अब लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम के नाम को अंतिम माना जा रहा है।पिछले दिनों ही लेफ्टिनेंट जनरल नदीम ने प्रधामनंत्री इमरान खान से मुलाकात भी की थी। कहा जा रहा है कि इस संबंध में अंतिम नोटिफिकेशन इमरान खान के सऊदी अरब के दौरे से लौटने के बाद जारी किया जाएगा। इमरान खान ने अपील की थी कि इस पोस्‍ट के लिए सामने आए सभी नाम के साथ एक बैठक की जाए जिसके बाद अंतिम नाम पर मुहर लगाई जा सके  लेकिन सेना ने उनकी ये अपील खारिज कर दी ।

 

इमरान चाहते थे कि फैज हा‍मिद को कम से कम इस वर्ष दिसंबर तक पद पर बने रहने दिया जाए। वहीं इमरान की इस अपील को भी सेना प्रमुख ने खारिज करते हुए साफ कर दिया था कि ये किसी भी सूरत में संभव नहीं है। सेना की तरफ से ये साफ कर दिया गया कि फैज अधिकतम 15 नवंबर तक ही अपने पद पर बने रह सकते हैं। सेना ने साफ कह दिया है कि इमरान सरकार उनके मामलों में दखल न दे। फैज के पद से हटने के बाद जब तक नदीम इस पद पर काबिज नहीं होते हैं तब तक सबसे वरिष्‍ठ मेजर जनरल आईएसआई प्रमुख का कार्यभार संभालेंगे। फैज को नए आदेश के मुताबिक सेना की 11वीं कोर्प के कमांडर के तौर पर पेशावर भेजा गया है। उन्‍होंने अप्रैल 2019 को आईएसआईचीफ का पद संभाला था।


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Content Writer

Tanuja

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