G7 के एक्शन से डरे चीन की धमकी-छोटे समूह कभी दुनिया पर राज नहीं करते

punjabkesari.in Monday, Jun 14, 2021 - 11:03 AM (IST)

बीजिंगः चीन ने रविवार को जी-7 शिखर सम्मेलन पर निशाना साधते हुए कहा कि वे दिन बीत गए जब वैश्विक निर्णय देशों के एक ‘‘छोटे समूह'' द्वारा लिए जाते थे। जी-7 शिखर सम्मेलन में बीजिंग कोविड​​​​-19 की उत्पत्ति, मानवाधिकारों के उल्लंघन और उसके बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को लेकर आलोचना के केंद्र में था। जी -7 यानी कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका के नेता लंदन में मिले, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन के आर्थिक दबदबे, मानवाधिकार उल्लंघनों के अलावा कोविड-19 की उत्पत्ति की जांच के लिए सहमत होने की उसकी अनिच्छा के खिलाफ सहयोगियों को एकजुट करने के लिए एक मजबूत प्रयास किया।

 

वहीं चीन इस समूह की प्रासंगिकता पर सवाल उठाता प्रतीत हुआ। यहां चीन सरकार की ओर से कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं आयी लेकिन सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने धमकी देते हुए लंदन में चीन के दूतावास द्वारा जारी बयान का हवाला देते हुए बीजिंग के खिलाफ जी -7 की आलोचना खारिज की। महामारी प्रतिक्रिया, अर्थव्यवस्था, व्यापार और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को लेकर जी -7 शिखर सम्मेलन में चर्चा किये गए मुद्दों और अमेरिका द्वारा इस मौके का इस्तेमाल ‘‘नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था'' की रक्षा के वास्ते अन्य पश्चिमी देशों को एकजुट करने के लिए किये जाने को लेकर पूछे गए सवालों का उत्तर देते हुए चीनी दूतावास के बयान में कहा गया कि केवल एक प्रणाली है, अंतरराष्ट्रीय प्रणाली, जिसका नेतृत्व संयुक्त राष्ट्र करता है।

 

उसने कहा, ‘‘हम हमेशा से मानते हैं कि देश, बड़े या छोटे, मजबूत या कमजोर, गरीब या अमीर, एक समान हैं और विश्व मामलों को सभी देशों द्वारा परामर्श के माध्यम से संभाला जाना चाहिए।'' उसने कहा, ‘‘वे दिन बहुत पहले ही बीत गए जब वैश्विक निर्णय देशों के एक छोटे समूह द्वारा तय किए जाते थे।'' उसने कहा, ‘‘दुनिया में केवल एक प्रणाली और एक व्यवस्था है, वह है अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था जिसके मूल में संयुक्त राष्ट्र है और अंतरराष्ट्रीय कानून पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था है, न कि तथाकथित प्रणाली और व्यवस्था जिसकी मुट्ठी भर देशों द्वारा वकालत की जाती है।''

 

इस सवाल पर कि जी-7 शिखर सम्मेलन में जरूरतमंद देशों को कोविड-19 टीके की एक अरब खुराक के प्रावधान पर एक घोषणा की जाएगी,इसके जवाब में बयान में चीन द्वारा उठाए गए कदमों का उल्लेख किया गया जिसमें 80 से अधिक विकासशील देशों को मुफ्त टीके उपलब्ध कराना और 43 देशों को टीके निर्यात करना शामिल है। उसने कहा, ‘‘हमने वैश्विक भागीदारों को 35 करोड़ खुराक वितरित की हैं जो दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक हैं।''

 

उसने कहा, ‘‘चीन सबसे गरीब देशों के लिए जी20 ऋण सेवा निलंबन पहल को पूरी तरह से लागू कर रहा है और अब तक 1.3 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक के ऋण की अदायगी स्थगित की है।यह जी20 सदस्यों के बीच सबसे अधिक आस्थगन राशि है।'' जी-7 और यूरोपीय संघ के अन्य देशों के साथ आम सहमति बनाने का बाइडेन का प्रयास चीन के लिए एक आश्चर्य के तौर पर आया, वहीं यहां विश्लेषकों ने बीजिंग को अमेरिका द्वारा बीजिंग के बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव का मुकाबला करने के लिए अपनी बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड (बी3डब्ल्यू) योजना को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के प्रति आगाह किया। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Recommended News

Related News