पाक अदालत में चुनौती के बाद अधर में चीन की CPEC परियोजना

punjabkesari.in Tuesday, Nov 30, 2021 - 02:05 PM (IST)

पेशावरः पाकिस्तानी अदालत में चुनौती दिए जाने के बाद चीन की महत्वकांशी परियोजना चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) अधर में लटकी नजर आ रही है। डॉन अखबार ने बताया कि कराची के पास धाबेजी इंडस्ट्रियल जोन (DIZ) परियोजना के लिए एक याचिका का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें कहा गया है कि अनुबंध प्रदान करते समय विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) के नियमों का पालन नहीं किया गया था। 1500 एकड़ की परियोजना, प्रांत में आर्थिक संभावनाओं को बढ़ाने के लिए संघीय, सिंध सरकार और CPEC प्राधिकरण द्वारा संयुक्त रूप से क्रियान्वित की जा रही है।

 

प्रांतीय सरकार ने कहा कि चूंकि धाबेजी जोन को सेज का दर्जा नहीं दिया गया है, इसलिए विशेष आर्थिक जोन के नियम इस पर लागू नहीं होते हैं।  फरवरी 2020 में वापस सिंध सरकार को परियोजना के लिए बोलियां मिलीं। मूल्यांकन के दो महीने बाद बोलियों में से एक को 'तकनीकी रूप से अयोग्य' घोषित किया गया था। इस महीने की शुरुआत में  पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने उम्मीद जताई थी कि DIZ सहित सभी आर्थिक क्षेत्रों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। खान ने प्रांत में विकास कार्यों की धीमी गति को लेकर सिंध सरकार पर भी निशाना साधा था।

 

बता दें कि 2015 में 46 अरब डॉलर की परियोजना की घोषणा के बाद से सीपीईसी विवादों में घिर गया है। स्थानीय लोग बलूचिस्तान में चीन की बढ़ती भागीदारी का विरोध कर रहे हैं। वे विरोध कर रहे हैं क्योंकि सीपीईसी परियोजना से बलूचिस्तान के लोगों को लाभ नहीं हुआ है जबकि अन्य प्रांतों के लोग मेगा परियोजना का लाभ उठा रहे हैं। इसने व्यापक विरोध को जन्म दिया है क्योंकि चीनी को अतिक्रमणकारियों के रूप में देखा जाता है जो इस क्षेत्र से सारी संपत्ति को निचोड़ रहे हैं। 


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Content Writer

Tanuja

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