कोरोना से पाकिस्तान में भुखमरी के हालात, PM इमरान ने मदद के लिए दुनिया के सामने फैलाए हाथ (Video)
punjabkesari.in Monday, Apr 13, 2020 - 11:40 AM (IST)
इस्लामाबादः कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था डगमगागई है। लेकिन इस मंदी के हालात में अधिकतर देश सबसे पहले इस महामारी से उबरने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान में कोरोना वायरस के कारण भूखमरी के हालात पैदा हो गए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान रविवार को अपना एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है, “मेरी अपील अंतरराष्ट्रीय समुदाय, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से है कि कोविड-19 महामारी के चलते विकासशील देश जिस चुनौती का सामना कर रहे हैं उनके साथ साकारात्मक तौर पर प्रतिक्रिया दें।”
इमरान ने विडियो संदेश में आगे कहा है, मैं आज वैश्विक समुदाय से कह रहा हूं कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दो नीतियां अपनाई जा रही हैं। विकसित देश पहले अपने यहां पर लॉकडाउन कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं उसके बाद वह उसके चलते पड़े आर्थिक प्रभाव की चुनौती से निपट रहे हैं। लेकिन, विकासशील देश में कोरोना वायरस को रोकने के साथ ही आर्थिक चुनौती के चलते सबसे बड़ी समस्या ये हैं कि लोग भूखे मर रहे हैं। इमरान ने कहा कि ऐसे में एक चुनौती ये हैं कि वायरस के चलते मरने से लोगों को रोका जाए और दूसरी तरफ जो लॉकडाउन के बाद हालत पैदा हुए हैं उसकी वजह से उन्हें भूख से मरने से भी बचाया जाए।
My appeal to the international community, the UNSG & international financial institutions to respond positively to the dilemma confronting developing countries in the face of the COVID19 pandemic. #Global_Initiative_Debt_Relief pic.twitter.com/EfydRhfZhc
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) April 12, 2020
पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि अन्य समस्या जिसका विकासशील देश सामना कर रहे हैं वो है विकासशील और विकसित देशों के पास मौजूद संसाधन के बीच काफी असमानता है। इमरान ने मदद की गुहार लगाते हुए कहा कि विकासशील देशों के पास इतने पैसे नहीं है कि वह अब अतिरिक्त पैसों को स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च कर सके और दूसरी तरफ लोगों को भूखमरी से रोक पाए। इमरान खान ने कहा कि वह यूनाइटेड नेशंस के जनरल सेक्रेटरी से यह गुजारिश करते हैं कि विकसित देशों के लिए सहायता करें ताकि वह कोरोना वायरस की चुनौतियों से बाहर निकल सके।