अमेरिका, यूके और न्यूजीलैंड में धमकी पर उतरे चीनी राजदूत

punjabkesari.in Tuesday, Jul 21, 2020 - 10:10 AM (IST)

नेशनल डेस्क(विशेष): कोरोना संकट और हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के कारण दुनियाभर में खराब हुई छवि को सुधारने की बजाय अब चीन दुनिया को धमकाने के काम में जुट गया है। जो भी देश चीन के किसी भी कदम का विरोध कर रहा है, उसे चीनी राजदूत धमकाने पर उतारू हो जाते हैं। हाल ही के दिनों में अमरीका, यू.के. और न्यूजीलैंड में चीन के राजदूतों ने इन तीनों देशों को विभिन्न मुद्दों पर धमकाने की भाषा में बात की है। ये सारे देश चीन द्वारा हांगकांग में लागू किए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के विरोधी रहे हैं।

 

राजदूत की धमकी- चीन की अंदरूनी राजनीति से दूर रहे न्यूजीलैंड 
हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का विरोध कर रहे न्यूजीलैंड को चीनी राजदूत वू शी ने साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि चीन और न्यूजीलैंड के रिश्ते तभी प्रगाढ़ हो सकते हैं यदि वह चीन की अंदरूनी राजनीति और अंदरूनी मामलों में दखल देना बंद करे। ऑकलैंड में न्यूजीलैंड और चीन बिजनैस सम्मिट के दौरान करीब 500 डैलीगेट्स को संबोधित करते हुए चीनी राजदूत काफी आक्रामक नजर आईं। चीनी राजदूत के भाषण से पहले सम्मिट में न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आरडर्न और व्यापार मंत्री डेविड पार्कर भी मौजूद थे। इन दोनों के भाषण के बाद चीनी राजदूत ने कहा कि हमें अंदरूनी मामलों में किसी तीसरे देश के भाषण की जरूरत नहीं है। चीनी राजदूत ने कहा कि हमें अपने संबंधों को हल्के में नहीं लेना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे रिश्तों पर मौजूदा दौर में चल रहे किसी वायरस का असर न पड़े। चीनी राजदूत ने अपने भाषण के दौरान चीन और अमरीका के बिगड़ते रिश्तों का भी हवाला दिया और यह भी कहा कि न्यूजीलैंड व आस्ट्रेलिया के साथ उसके अच्छे रिश्ते रहे हैं तथा दोनों देशों के साथ उनका बिजनैस का अच्छा-खासा सहयोग भी है, लेकिन हाल के दिनों में आस्ट्रेलिया और चीन के मध्य रिश्ते खराब हुए हैं।

 

हुवाई को बाहर करने से तिलमिलाए चीनी राजदूत
यू.के. द्वारा चीन की कंपनी हुवाई को ब्रिटेन के 5जी नैटवर्क से बाहर का रास्ता दिखाए जाने से तिलमिलाए चीनी राजदूत लिउ श्योमिंग ने यू.के. के खिलाफ हमला बोल दिया। लिउ ने ट्विटर पर लिखा कि चीन की कंपनी हुवाई 5जी क्षेत्र में दुनिया की अग्रणी कंपनी है और चीन के 40 फीसदी हिस्से में 5जी कवरेज के अलावा दुनिया में 5जी के 40 फीसदी नैटवर्क  में हुवाई काम कर रही है। यू.के. की सरकार ने झूठे सुरक्षा कारणों का हवाला देकर हुवाई के साथ कारोबार बंद करने का फैसला किया है, लेकिन हुवाई को रिजैक्ट करना भविष्य को रिजैक्ट करना है। यू.के. ने हुवाई को लेकर उठाई गई सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बाद देश के साइबर और टैलीकॉम माहिरों की सलाह के बाद इस चीनी कंपनी को यू.के. के 5जी नैटवर्क से बाहर का रास्ता दिखाया है और यू.के. के फैसले के साथ ही 2027 तक हुवाई ब्रिटेन के टैलीकॉम क्षेत्र से पूरी तरह से बाहर हो जाएगी। इसके साथ ही यू.के. ने फैसला किया है कि इस साल 31 दिसम्बर के बाद वह देश में हुवाई की कोई नई 5जी किट इंस्टाल नहीं करने देगा। चीन इसके बाद से ही यू.के. के खिलाफ हमलावर रुख अपना रहा है। 

 

चीन को मजबूत होने का अधिकार, रिश्तों की जिम्मेदारी अमरीका की
चीन और अमरीका के लगातार खराब हो रहे रिश्तों के बीच अब अमरीका में चीन के राजदूत सुई तियांकाई ने अमरीका पर सीधा हमला बोल दिया है। हाल ही में चीन में उइगर मुसलमानों पर अत्याचार के मामले सामने आने और हांगकांग मुद्दे के बाद अमरीका ने चीन के कई अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाए हैं तथा चीन ने भी कुछ अमरीकी अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाकर इसका जवाब दिया है। चीन ने आरोप लगाया है कि अमरीका उसे दबाने की कोशिश कर रहा है। अमरीका में चीन के राजदूत सुई तियांकाई ने सी.एन.एन. के साथ बातचीत में कहा कि दुनिया के किसी भी अन्य देश की तरह चीन को भी मॉडर्न, मजबूत और आॢथक तौर पर सम्पन्न होने का अधिकार है तथा अमरीका के सामने इस समय सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या अमरीका एक अलग संस्कृति, अलग राजनीतिक और आर्थिक सिस्टम के साथ काम करने वाले देश के साथ मिल कर वैश्विक चुनौतियों पर शांति के साथ काम करने का इच्छुक है या नहीं। पिछले साल दोनों देशों के मध्य ट्रेड वार छिडऩे के बाद से ही दोनों देशों के रिश्ते खराब होने शुरू हुए हैं और कोरोना के बाद चीन लगातार अमरीका के निशाने पर है।


 


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vasudha

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