बाइडेन को चीन की नई चुनौती, दक्षिण चीन सागर में नए शीत युद्ध की आहट

punjabkesari.in Saturday, Jan 23, 2021 - 03:52 PM (IST)

बीजिंग: अमेरिका के लिए हमेशा से कड़ा प्रतिद्वदी रहा चीन अब बाइडेन प्रशासन के लिए चुनौती बन सकता है। चीन ने अमेरिका की सभी चेतावनियों को दरकिनार करते हुए दक्षिण चीन सागर में एक नए शीत युद्ध को आमंत्रण दिया है।  मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के अपने तटरक्षक बलों (कोस्‍ट गार्ड) को विदेशी जहाजों पर फायरिंग करने की अनुमति देने से  दक्षिण चीन सागर से सटे देशों और अमेरिका के साथ चीन का संघर्ष और तेज हो जाएगा। चीन का यह नया कानून सीधे तौर पर अमेरिका के लिए चुनौती है। अमेरिका में जो बाइडेन के सत्‍ता संभालते ही चीन ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं।  

 

चीन इस क्षेत्र पर लगातार अपनी धौंस जमाता रहा है। चीन के प्रभुत्‍व को कम करने के लिए हाल ही में अमेरिकी नौ सेना ने इस क्षेत्र में युद्धाभ्‍यास किया था। अमेरिका के बमवर्षक विमान B-52H ने इस क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन किया। इसके जवाब में चीन ने अपनी मिसाइलों की तस्‍वीर ट्वीट करते हुए अमेरिका को धमकाने की कोशिश की। अब चीन के इस कानून को दक्षिण चीन सागर के विवाद से जोड़ कर देखा जा रहा है। इस क्षेत्र में जापान, कंबोडिया, फ‍िलीपींस और वियतनाम के प्रत्‍यक्ष हित जुड़े हुए हैं। सामरिक और खनिज संपदा संपन्‍न इस सागर पर अमेरिका की भी गहरी दिलचस्‍पी है। उधर, चीन दक्षिण चीन सागर के 80 फीसद हिस्‍से पर अपना दावा पेश करता रहा है।

 

बता दें कि विस्तारवादी चीन अब दक्षिण चीन महासागर में अपनी पैठ बढ़ा रहा है। कई देशों से जुड़े होने के अलावा यह दुनिया का सबसे ज्‍यादा व्‍यस्‍त जलमार्गों में से एक है। इस समुद्री मार्ग से प्रति वर्ष 5 ट्रिलियन डॉलर मूल्‍य का व्‍यापार होता है। यह दुनिया के कुल समुद्री व्‍यापार का करीब 20 फीसद है। इस सागर से चीन का सर्वाधिक व्‍यापार होता है।  यह सागर प्रशांत महासागर के पश्चिमी किनारे से सटा हुआ है। यह एशिया के दक्षिण पूर्व में पड़ता है। इस सागर का पूर्वी तट वियतनाम और कंबोडिया से जुड़ा हुआ है। इसके पश्चिमी तट पर फ‍िलीपींस है। इसके उत्‍तर में इंडोनेशिया के द्वीप हैं।

 

 


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Tanuja

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