चीन का आरोप- उइगर नरसंहार मुद्दे पर कनाडा फैला रहा झूठ

punjabkesari.in Saturday, Oct 24, 2020 - 04:44 PM (IST)

बीजिंग: उइगर मुसलमानों पर अत्याचारों के  मुद्दे  पूरी दुनिया में किरकिरी करवा रहे चीन ने अब इस मुद्दे पर कनाडा को धमकी दी है। चीन ने  शिनजियांग में उइगरों के खिलाफ नरसंहार के मुद्दे पर कनाडा  के सांसदों पर “झूठ और अफवाह” फैलाने का आरोप लगाया है। ”चीन के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स उपसमिति के बयान का जवाब देते हुए कहा कि “कनाडाई संसद की उप-समिति शिनजियांग में राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक विकास, जातीय एकजुटता और सामाजिक सद्भाव के तथ्य की उपेक्षा करती है।

 

इसका आधारहीन बयान झूठ और विघटन से भरा है। यह चीन के आंतरिक मामलों में स्पष्ट हस्तक्षेप है और उन कनाडाई व्यक्तियों की अज्ञानता और पूर्वाग्रह को दर्शाता है । कनाडा की उपसमिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए झाओ ने कहा, “चीन  शिनजियांग पर बार-बार अपनी  स्थिति को स्पष्ट कर चुका है। झिंजियांग-संबंधी मुद्दे मानव अधिकारों के बारे में बिल्कुल नहीं हैं। झिंजियांग में तथाकथित नरसंहार एक अफवाह है और चीन को निंदा करने के लिए कुछ चीन विरोधी ताकतों द्वारा गढ़ा गया है। ”इससे पहले कनाडाई समिति ने  चीन पर   शिनजियांग क्षेत्र में उइगर मुसलमानों के ‘नरसंहार’ जैसी  बड़ी सजिश रचने का आरोप लगाया था।  

 

 एक कनाडाई संसदीय पैनल ने शिनजियांग में उइगरों के उत्पीड़न को एक "नरसंहार" के रूप में वर्णित किया है। सरकार से इसे इस तरह से मान्यता देने और जिम्मेदार चीनी अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है। विदेशी मामलों और अंतरराष्ट्रीय विकास पर स्थायी समिति के अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार पर उपसमिति ने कहा कि  चीन   सरकार शिनजियांग में रहने वाले मुस्लिम समूहों को सताने के लिए विभिन्न रणनीतियों को अपना रही है, जिसमें सामूहिक नसबंदी, जबरन श्रम, व्यापक राज्य निगरानी और जनसंख्या नियंत्रण शामिल है।  उन्होंने कहा कि  चीन  उइगर संस्कृति और धर्म को मिटाने का  प्रयास कर रहा है।”

 

इस बात की पुष्टि अमेरिकी NSA रॉबर्ट ओ’ब्रायन ने एस्पेन इंस्टीट्यूट के एक ऑनलाइन कार्यक्रम में  भी कीथी।  उन्होंने कहा था कि भले ही शिनजियांग में कोई नरसंहार न हो, लेकिन वहां ऐसा ही कुछ गलत चल रहा है।  दरअसल अमेरिका शिनजियांग में उइगर और अन्य अल्पसंख्यक मुस्लिमों के साथ चीन के व्यवहार और उन पर लगाए गए प्रतिबंधों की निंदा करता आया है, लेकिन इसने अभी तक बीजिंग की इस हरकत को कभी नरसंहार नहीं बताया, क्योंकि ‘नरसंहार’ शब्द इस्तेमाल करने से चीन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत होगी नसीहत दी गई है।


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Tanuja

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