US-ताइवान की दोस्ती से चिढ़ा चीन, अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हमले का नकली वीडियो किया जारी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 22, 2020 - 12:41 PM (IST)

बीजिंगः चीन-अमेरिका के बीच बड़े तनाव के बीच चीनी वायुसेना द्वारा उठाए गए हास्यापद कदम से ड्रेगन के झूठ की पोल खुल गई है। चीन ने प्रशांत महासागर में गुआम द्वीप स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हमले का वीडियो जारी किया जिसमें चीनी सेना ने अपने एच-6 परमाणु बॉम्बर का इस्तेमाल किया दिखाया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि धोखेबाज चीन का यह वीडियो नकली है जिसमें बॉम्बर बम गिराता दिखाई दे रहा है। अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी की ताइवान यात्रा को लेकर चिढ़े चीन ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के वीबो अकाउंट पर शनिवार को यह वीडियो डाला।

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यह अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी की ताइवान यात्रा को लेकर चीन की खीझ को दर्शाता है। गुआम अमेरिका का एक बड़ा सैन्य अड्डा है, जहां एयरबेस भी मौजूद हैं। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में किसी संघर्ष की स्थिति में यह अमेरिकी सैन्य अड्डा अहम साबित हो सकता है। चीनी वायुसेना का दो मिनट 15 सेकेंड का यह वीडिया किसी हॉलीवुड फिल्म की ट्रेलर जैसा लगता है। इसमें चीन का एच-6 बॉम्बर रेगिस्तान में स्थित किसी एयरबेस से उड़ान भरता दिखाई देता है। इसके साथ आवाज सुनाई देती है- युद्ध के देवता एच-6के हमले पर जा रहे हैं। वीडियो में आगे दिखाया जाता है कि पायलट आसमान में एक बटन दबाता है और एक मिसाइल समुद्र किनारे स्थित एक रनवे पर गिरकर फट जाती है।

मिसाइल के रनवे से टकराते ही इसका एक उपग्रह चित्र दिखाया जाता है। यह स्थान ठीक वैसा ही दिखाई देता है, जैसा कि गुआम स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डा है। वीडियो में म्यूजिक का भी इस्तेमाल किया गया है। वीडियो में कहा गया है कि हम मातृभूमि की हवाई सुरक्षा के प्रहरी हैं। हम अपने आसमान की सुरक्षा करने का भरोसा रखते हैं और क्षमता भी। वीडियो को लेकर चीनी रक्षा मंत्रालय और अमेरिकी हिंद-प्रशांत कमान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सिंगापुर के इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज के रिसर्च फेलो कोलिन कोह ने कहा कि चीन ने यह वीडियो जारी कर लंबी दूरी तक मार करने की अपनी क्षमता दिखाने की कोशिश की है। इसके जरिये चीन ने अमेरिका को ताइवान और दक्षिण चीन सागर विवाद से दूर रहने की चेतावनी भी दी है।

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प्रोपेगेंडा वीडियो में चीन पहले भी कई बार ऐसे फर्जीवाड़े कर चुका है। कुछ दिनों पहले चीनी मीडिया ने हॉलीवुड फिल्म टॉपगन के एक सीक्वेंस को अपनी एयरफोर्स के बढ़ती ताकत के रूप में दिखाया था। बाद में बेइज्जती होने के बाद चीन की सरकारी मीडिया ने इस क्लिप को ही हटा दिया था। बड़ी बात यह है कि हॉलीवुड के क्लिप का उपयोग करने के लिए चीन कोई भी रॉयल्टी नहीं देता है। साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी सेना का प्रचार विभाग अक्सर अपने फर्जी वीडियो के प्रॉडक्शन को शानदार बनाने के लिए हॉलीवुड के फिल्मों से चोरी करता है।  
 


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Tanuja

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