चीन ने सर्बिया को गुपचुप तरीके से भेजी आधुनिक विमान रोधी मिसाइलें, नाटो हवाई क्षेत्र का किया इस्तेमाल

punjabkesari.in Wednesday, Apr 13, 2022 - 02:46 PM (IST)

बीजिंगः चीन ने रूस के सहयोगी सर्बिया को इस सप्ताहांत में आधुनिक विमान रोधी प्रणाली की आपूर्ति की है।   खास बात यह है कि चीन ने इस डील को पूरा करने के लिए नाटो हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल किया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब यूक्रेन में जारी युद्ध के चलते पश्चिमी देशों ने सर्बिया जैसे देशों में हथियारों की खेप की आपूर्ति को क्षेत्र की शांति व सुरक्षा के लिए जोखिम करार देते हुए चिंता जताई है।

 

मीडिया और सैन्य विशेषज्ञों ने रविवार को कहा कि शनिवार तड़के चीनी वायुसेना के छह वाई-20 मालवाहक विमान बेलग्रेड के हवाई अड्डे पर उतरे, जिसके जरिये कथित तौर पर सर्बिया की सेना के लिए एचक्यू-22 जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति की गई। सैन्य साजो-सामान वाले चीनी मालवाहक विमानों के बेलग्रेड के निकोला टेस्ला हवाई अड्डे पर उतरने की तस्वीरें सामने आयी हैं। वारजोन ऑनलाइन पत्रिका ने चीन के वाई-20 मालवाहक विमानों की यूरोप में उपस्थिति को नया घटनाक्रम करार दिया। एसोसिएटेड प्रेस द्वारा इस संबंध में पूछे गए सवाल पर सर्बिया के रक्षा मंत्रालय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

 

वारजोन ऑनलाइन पत्रिका ने चीन के वाई-20 मालवाहक विमानों की यूरोप में उपस्थिति को नया घटनाक्रम करार दिया। एसोसिएटेड प्रेस द्वारा इस संबंध में पूछे गए सवाल पर सर्बिया के रक्षा मंत्रालय ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। चीन ने हाल ही में अपने विशालकाय Y-20 कार्गो विमानों में से आधा दर्जन को रूसी-सहयोगी सर्बिया को कथित तौर पर एक एडवांस मिसाइल सिस्टम डिलीवर करने के लिए भेजा है। इसे चीनी वायु सेना द्वारा सबसे बड़ा विदेशी ऑपरेशन बताया जा रहा है। रिपोर्टों में कहा गया है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की वायु सेना के लिए यूरोप में बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्ट विमान तैनात करना बेहद दुर्लभ मामला है।

 

चीनी सरकार ने अभी तक मिशन की पुष्टि नहीं की है, लेकिन एक सरकारी मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यह मिशन FK-3 की डिलीवरी के लिए हो सकता है। बता दें कि FK-3 चीनी HQ-22 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम का एक्सपोर्ट वर्जन है।चीन के द्वारा कथिततौर पर मिसाइल सिस्टम की ये डिलीवरी ऐसे समय में हुई है जब यूक्रेन पर चल रहे रूसी आक्रमण और बाल्कन क्षेत्र में हथियारों के निर्माण पर पश्चिमी देशों ने चिंताएं व्यक्त की हैं। इसके अलावा सर्बिया में Y-20 बेड़े की तैनाती को यूक्रेन में उथल-पुथल के बीच चीन की रणनीतिक पहुंच के रूप में भी देखा जा रहा है जोकि रूस का एक कट्टर सहयोगी है और उसने कीव पर मास्को के आक्रमण की आलोचना करने से इनकार कर दिया है।
 


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Content Writer

Tanuja

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