महिला अधिकारों की रक्षा करने में नाकाम चीन, सरकार का महिला विरोधी चेहरा हुआ उजागर

punjabkesari.in Monday, Jul 04, 2022 - 05:50 PM (IST)

बीजिंग: 'द न्यूयार्क पोस्ट' चीन में महिलाओं की स्थिति को लेकर नया खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार चीन में महिलाओं की स्थिति बेहद दयनीय है। उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी भले ही अपनी स्थापना के 100 साल पूरे होने का जश्न मना रही हो, लेकिन हकीकत यह है कि यहां महिलाएं नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।   'द न्यूयार्क पोस्ट' की रिपोर्ट के अनुसार, आठ बच्चों की मां, जो इस साल जनवरी में गर्दन से एक बाहरी शेड में जंजीर से बंधी हुई दिखाई दे रही थी, ने महिलाओं के साथ देश में हो रहे व्यवहार को लेकर तीखी प्रतिक्रया व्यक्त की।

 

महिला की कहानी सार्वजनिक होने के बाद स्थानीय चीनी सरकार ने पांच विरोधाभासी बयान जारी किए। उसने गांव को तुरंत सील कर दिया, टिप्पणियों को शांत करा दिया और सच्चाई का पता लगाने की कोशिश करने वाले नेटिजन्स को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं हो पाई है कि जंजीर से बंधी महिला आजाद है या नहीं। इससे पहले पिछले महीने भी चीनी शहर तांगशान में एक रेस्तरां के बाहर महिलाओं के एक समूह पर हुए हमले ने चीन में महिलाओं की दयनीय स्थिति को दुनिया के सामने उजागर किया था।

 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 10 जून को बारबेक्यू रेस्तरां के सीसीटीवी फुटेज में दिखाई देता है कि एक व्यक्ति मेज पर बैठी कुछ महिलाओं के पास आता है और उनकी पीठ पर हाथ रखता है।जब महिलाएं इसका विरोध करती हैं तो वह उन्हें थप्पड़ मारने लगता है और बाल पकड़कर सड़क पर घसीटने लगता है।
कुछ ही समय बाद उस व्यक्ति के दोस्त भी वहां आ जाते हैं  और वे भी महिलाओं के साथ मारपीट करने लगते हैं। 'द जेनेवा डेली' की रिपोर्ट के अनुसार, लोगों ने घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

 

घटना के 15 घंटे बीतने के बाद वीडियो के वायरल होने पर पुलिस संदिग्धों को गिरफ्तार करने में जुट गई। इस घटना की सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना हुई। लोगों ने पुलिस पर देश की महिलाओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय नहीं करने का आरोप लगाया।   पिछले साल अल जजीरा ने सीसीपी के शताब्दी समारोह के अवसर पर चीनी राजनीति में महिलाओं के प्रतिनिधित्व की वर्तमान स्थिति के बारे में एक सर्वेक्षण किया था, जिसके निष्कर्ष काफी गंभीर थे। सीसीपी के लगभग 92 मिलियन सदस्यों में से केवल 28 मिलियन से भी कम महिलाएं हैं। ये 30 प्रतिशत से भी कम हैं।  गौरतलब है कि 1949 में पार्टी के सत्ता में आने के बाद एक बार भी चीन की शीर्ष राजनीतिक संस्था, सात सदस्यीय पोलित ब्यूरो स्थायी समिति में एक भी महिला को नियुक्त नहीं किया गया है।  


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Content Writer

Tanuja

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