चीन ने फिर किया आंतकवाद का समर्थन ! 26/11 हमले के मास्टरमाइंड मक्की को वैश्विक आतंकी सूचीबद्ध करने में लगाया अड़ंगा

punjabkesari.in Saturday, Jul 16, 2022 - 03:01 PM (IST)

इस्‍लामाबादः पाकिस्तान के दोस्त चीन ने एक बार  फिर आंतकवाद का समर्थन किया है। चीन ने संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद ( UNSC) की अल-कायदा प्रतिबंध समिति के तहत पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने की राह में अड़ंगा डाल दिया है।  मक्‍की पर साल 2008 के मुंबई हमलों समेत भारत में हुए कई बड़े हमलों में शामिल होने का भी आरोप है। भारत और अमेरिका ने इस बारे में संयुक्त प्रस्ताव लाया था जिस पर चीन ने तकनीकी रोक लगा दी। चीन के हालिया कदम से पाकिस्तान के ग्रे लिस्ट से बाहर आने के प्रयासों पर पानी फ‍िर सकता है।

 

जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा का उप प्रमुख मक्की 26/11 आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बहनोई है। मक्‍की ने लश्कर-ए-तैयबा के संचालन के लिए धन जुटाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है। अमेरिका भी उसको आतंकी के तौर पर नामित कर चुका है।उस पर जम्मू-कश्मीर के युवाओं को गुमराह करने और उन्‍हें आतंकी संगठन में भर्ती करने के आरोप हैं। मक्की दावत इरशाद ट्रस्ट, मोअज बिन जबल ट्रस्ट, अल-अनफल ट्रस्ट, अल-मदीना फाउंडेशन ट्रस्ट, अल हमद ट्रस्ट और दीफा-ए-पाकिस्तान काउंसिल जैसे कट्टरपंथी संगठनों का सदस्य भी है।

 

अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, 2020 में एक पाकिस्तानी आतंकवाद रोधी अदालत ने टेरर फंडिंग के लिए मक्की को दोषी ठहराते हुए जेल की सजा सुनाई थी। अमेरिका मक्की के बारे में लगातार जानकारियां मांगता रहा है क्योंकि पाकिस्तानी न्यायिक प्रणाली आतंकी सरगनाओं और उनके गुर्गों को रिहा भी करती रही है। बता दें कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में चीन का दोहरा मापदंड कोई नया नहीं है।

 

चीन ने पहले भी संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को आतंकी नामित करने के प्रस्तावों पर रोक लगई है। चीन अक्‍सर ही पाकिस्तान के बचाव में उतर आता है। दरअसल पाकिस्तान मौजूदा वक्‍त में चीन के लिए एक मूल्यवान सहयोगी की भूमिका में है क्योंकि यह भारतीय उपमहाद्वीप में चीनी मौजूदगी के लिए लंगर के तौर पर काम करता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Recommended News

Related News