ताइवान की नाकाबंदी को तैयार चीन ! द्वीप के पास सैन्य अभियान तेज,  26 साल बाद ताइवान के ऊपर से गुजरेंगी मिसाइलें

punjabkesari.in Thursday, Aug 04, 2022 - 12:32 PM (IST)

बीजिंगः अमेरिकी प्रतिनिधिसभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान की सफल यात्रा के मद्देनजर चीन की सेना ने बुधवार को ताइवान के आसपास नौसैनिक-हवाई संयुक्त अभ्यास किये, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह स्वशासित द्वीप की नाकाबंदी का प्रयास कर सकता है। चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्वी थिएटर कमांड ने कहा कि ताइवान के आसपास समुद्री एवं हवाई क्षेत्र में किए गए अभ्यास में नौसेना, वायु सेना, रॉकेट फोर्स और सामरिक सहायता बल समेत अन्य बल शामिल रहे।

 

आधिकारिक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएलए चार से सात अगस्त तक छह अलग-अलग क्षेत्रों में भी सैन्य अभ्यास करेगा, जो ताइवान द्वीप को सभी दिशाओं से घेरता है। पेलोसी के मंगलवार को ताइवान पहुंचने पर चीन ने सैन्य अभ्यास तेज कर दिये। सरकार-संचालित ‘ग्लोबल टाइम्स' ने एक रिपोर्ट में कहा कि पुन: एकीकरण अभियान के तहत ताइवान के आसपास पीएलए का सैन्य अभ्यास जारी रहेगा और द्वीप की नाकाबंदी के अभ्यास नियमित हो जाएंगे। सैन्य विशेषज्ञों ने कहा कि पेलोसी की यात्रा पर अपना गुस्सा निकालने के लिए पीएलए ताइवान पर ड्रोन भेज सकता है और आने वाले हफ्तों में नियमित सैन्य अभ्यास कर सकता है।  

 

युद्धाभ्‍यास में मेडियन लाइन को पार करेंगी चीनी सेनाएं 
ग्‍लोबल टाइम्‍स  के अनुसार ये युद्धाभ्‍यास एक असाधारण युद्धाभ्‍यास है जिसमें पारंपरिक मिसाइलें पहली बार ताइवान के ऊपर से गुजरेंगी। साथ ही पीएलए की सेनाएं ताइवान में 12 नॉटिकल मील यानी 22 किलोमीटर अंदर तक दाखिल होंगी। चीनी सेनाएं इस युद्धाभ्‍यास में मेडियन लाइन को पार करेंगी और ताइवान को चारों तरफ से घेरेंगी। पीएलए का मकसद ताइवान को दबाव में लेकर उस पर पूरी तरह से नियंत्रण लेना है। चीन ने इसी तरह की मिलिट्री ड्रिल साल 1995 और 1996 में भी की थी। 

 

ताइवान  सीमा के 22KM  अंदर तक बनाए गए ड्रिल जोन 
पीएलए की नौसेना रिसर्च एकेडमी में सीनियर रिसर्च फेलो झांग जुंशे ने बताया कि ड्रिल जोन के पांच इलाकों को ताइवान स्‍ट्रेट्स की मेडियन लाइन के पूर्व में रखा गया है। इसका मतलब यही है कि पीएलए इस लाइन को मानने से इंकार कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि कुछ ड्रिल जोन को पहली बार ताइवान की सीमा के 22 किलोमीटर अंदर तक बनाया गया है। लेकिन ताइवान, चीन का ही हिस्‍सा है तो ये चीनी सीमा ही है। चीन ने बुधवार को कहा कि वह एक-चीन नीति का उल्लंघन करने को लेकर अमेरिका और ताइवान के खिलाफ कठोर एवं प्रभावी जवाबी कदम उठाएगा। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, "हम वही करेंगे जो हमने कहा है। कृपया थोड़ा धैर्य रखें।

 

ताइवान को चारों दिशाओं से घेरा
पीएलएम के पूर्वी थियेटर कमांड की तरफ से बुधवार को नौसेना, वायुसेना, रॉकेट फोर्स, स्‍ट्रैटेजिक सपोर्ट फोर्स और ज्‍वॉइन्‍ट लॉजिस्टिक सपोर्ट फोर्स की तरफ से जिस युद्धाभ्‍यास को शुरू किया गया है उसमें ताइवान को चारों दिशाओं से घेर लिया गया है। कमांड की तरफ से प्रेस रिलीज जारी कर इसकी जानकारी दी गई। जे-20 फाइटर जेट, H-6K बॉम्‍बर, J-11 फाइटर जेट, टाइप 052D डेस्‍ट्रॉयर के साथ ही टाइप 056A कोर्वट और DF-11 शॉर्ट रेंज की बैलेस्टिक मिसाइलों को तैनात कर दिया गया है। इससे पहले अर्ली वॉर्निंग एयरक्राफ्ट और DF-17 हाइपरसोनिक मिसाइलों को भी युद्धाभ्‍यास में शामिल किया गया है। ग्‍लोबल टाइम्‍स की तरफ से बताया गया ह कि पीएलए एक महत्‍वपूर्ण मिलिट्री एक्‍सरसाइज और ट्रेनिंग एक्टिविटीज को भी अंजाम देगी। इसमें लाइव फायर ड्रिल्‍स होंगी जो 6 बड़े मैरिटाइम इलाके में की जाएंगी। साथ ही चीन की सेना रविवार तक ताइवान के एयरस्‍पेस को चारो तरफ से घेरेगी।

 

 पीएलए की धमकी- ताइवान को आजाद नहीं होने देंगे
पीएलए की नौसेना रिसर्च एकेडमी में सीनियर रिसर्च फेलो झांग जुंशे ने कहा है कि यह पहला मौका है जब ताइवान के अंदर ऐसे हथियार मौजूद होंगे। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने कहा ये कदम पीएलए ने अपने देश की सीमाओं और संप्रभुता की रक्षा के लिए उठाया है। सेनाएं, 'ताइवान को आजाद कराने वाले किसी भी मौके को सफल नहीं होने देंगी।' इसके अलावा बाहरी ताकतों का हस्‍तक्षेप भी बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा।चीन के मिलिट्री एक्‍सपर्ट झांग श्‍यूफेंग ने ग्‍लोबल टाइम्‍स से कहा, 'अगर पीएलए की पारंपरिक मिसालों को ताइवान के पश्चिम से लॉन्‍च किया गया तो ये पूर्व में निशाना बनाएंगी। इसका मतलब यही है कि ये मिसाइल इस द्वीप के ऊपर से गुजरेंगी जो कि असाधारण बात है।' 
 


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Content Writer

Tanuja

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