बाइडेन ने जिनपिंग को दी चेतावनी, ताइवान से रहो दूर, रूस की मदद के परिणाम होंगे गंभीर

punjabkesari.in Saturday, Mar 19, 2022 - 05:57 PM (IST)

वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने  चीन को यूक्रेन संकट पर  रूस की मदद करने व ताइवान मुद्दे को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। बाइडेन शुक्रवार को अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग को वीडियो कॉल कर बताया कि अगर चीन यूक्रेनी शहरों पर भीषण हमले कर रहे रूस को मदद मुहैया कराता है, तो इसके क्या निहितार्थ और नतीजे हो सकते हैं। व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, दोनों नेताओं में वीडियो कॉल पर लगभग दो घंटे तक हुई बातचीत के दौरान यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान पर केंद्रित थी।

 

उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति बाइडन ने रूस पर प्रतिबंध लगाने सहित उन उपायों के बारे में बताया, जिनका मकसद हमले रोकना और उनका जवाब देना है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर चीन ने यूक्रेन पर हमला कर रहे रूस की मदद की, तो इसके क्या निहितार्थ और परिणाम हो सकते हैं।” व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि लगभग दो घंटे लंबी बातचीत का अधिकांश हिस्सा यूक्रेन संकट पर अमेरिका, उसके सहयोगियों और भागीदारों के विचारों को रेखांकित करने में बीता। साकी के कहा कि बाइडन ने  जिनपिंग को बताया कि ‘‘हम यहां कैसे पहुंचे, हमने क्या कदम उठाए, हम क्यों इस हद तक गए।'' बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि बातचीत एकदम स्पष्ट थी।

 

अधिकारी के मुताबिक बाइडन ने चिनफिंग को पुतिन के कदमों को लेकर अमेरिकी आकलन से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि बाइडन ने चीनी राष्ट्रपति को विस्तार से बताया कि कैसे स्थितियां इस पड़ाव तक पहुंचीं और मौजूदा हालत को लेकर उनका क्या आकलन है। बाइडन ने संकट के राजनयिक समाधान के प्रति अपना समर्थन भी जताया। अधिकारी के कहा कि बाइडन ने यूक्रेन को लेकर अमेरिका और उसके सहयोगियों व भागीदारों की एकजुटता का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि बाइडन ने अमेरिका और इसके यूरोपीय, नाटो और हिंद-प्रशांत भागीदारों के बीच अभूतपूर्व समन्वय तथा रूसी आक्रमण की वैश्विक निंदा का भी जिक्र किया।

 

अधिकारी ने बताया कि बाइडेन ने इस बात पर चिंता जताई कि रूस यूक्रेन में जैविक हथियारों के इस्तेमाल की आशंकाओं को लेकर दुष्प्रचार फैला रहा है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। अधिकारी ने कहा कि बातचीत के दौरान चिनफिंग ने जहां ताइवान का मुद्दा उठाया, वहीं बाइडन ने स्पष्ट किया कि अमेरिका अपनी एक-चीन नीति पर अडिग है और ताइवान संबंध अधिनियम, तीन संयुक्त शासकीय सूचनाओं व छह आश्वासनों का पालन कर रहा है। अधिकारी के मुताबिक बाइडन ने ताइवान खाड़ी में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने की अहमियत पर भी जोर दिया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Recommended News

Related News