चीन ने ताइवान को लेकर आस्ट्रेलिया को फिर दी धमकी, कैनबरा को कहा बीमार

punjabkesari.in Wednesday, Apr 28, 2021 - 03:45 PM (IST)

बीजिंग: ताइवान मुद्दे पर ऑस्ट्रेलियाई सरकार की टिप्पणी पर भड़के चीन ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलियाई पक्ष पूरी तरह से ताइवान के मुद्दे की उच्च संवेदनशीलता को स्वीकार करेगा और एक-चीन सिद्धांत का पालन करेगा। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार बीजिंग ने कहा कि  आशा की जाती है कि ऑस्ट्रेलियाई पक्ष पूरी तरह से ताइवान के मुद्दे  पर शब्दों और कर्मों में विवेकपूर्ण  रहेगा और ताइवान स्वतंत्रता के अलगाववादी ताकतों को कोई गलत संकेत भेजने से परहेज करेगा।

 

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने सोमवार को कहा कि ताइवान मुद्दे पर दखलअंदाजी का असर चीन-ऑस्ट्रेलियाई संबंधों की शांति और स्थिरता पर पड़ेगा।उधर, चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया "बीमार" है और सुझाव दिया कि कैनबरा को "दवा लेने" की आवश्यकता है क्योंकि मॉरिसन सरकार के सबसे वरिष्ठ राजनयिक ने कहा कि बीजिंग प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई हितों से समझौता करना चाहता था।

 

बता दें कि रविवार को ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री पीटर डटन ने  कहा था कि ताइवान के साथ बीजिंग को संघर्ष  की "छूट नहीं दी जानी चाहिए । डटन ने  कहा कि चीन और ताइवान के बीच संघर्ष की संभावना को “खारिज नहीं किया जाना चाहिए” लेकिन ऑस्ट्रेलिया क्षेत्र में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर शांति बनाए रखने की कोशिश करेगा। डटन ने ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (एबीसी) को बताया कि चीन की  ताइवान के लिए महत्वाकांक्षाओं के बारे में स्पष्ट हो गया है और  “मुझे नहीं लगता कि इसे उपेक्षित किया जाना चाहिए,।”

 

डटन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि  ताइवान पर लड़ाई की संभावना बढ़ रही है। दरअसल बीजिंग ताइवान पर पूर्ण संप्रभुता का दावा करता है जबकि  चीन के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित लगभग 24 मिलियन लोगों का लोकतंत्र ताइवान खुद को स्वशासित देश  मानता है।  गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में भाग लेने के लिए समझौतों को रद्द करते हुए इसे "देश की विदेश नीति के साथ असंगत" करार दिया है।उधर चीन ने  विवादास्पद बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) समझौते को "अनुचित और उत्तेजक" करार देने के ऑस्ट्रेलिया के फैसले का विरोध करते चेतावनी दी है कि यह द्विपक्षीय संबंधों को "नुकसान" पहुंचाएगा।

 

चीन-ऑस्ट्रेलिया के संबंध पिछले साल अप्रैल से तबसे तनावपूर्ण चल रहे हैं जब से कैनबरा ने कोविड -19 महामारी की उत्पत्ति की स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच का प्रस्ताव देकर बीजिंग को बदनाम कर दिया था। । 'बेल्ट एंड रोड' परियोजना से जुड़े दो समझौतों को ऑस्ट्रेलिया के रद्द करने के बाद चीन ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया शीत युद्ध की मानसिकता और वैचारिक पक्षपात को छोड़ दे और इस फ़ैसले को वापस ले अन्यथा करारा जवाब दिया जाएगा।


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Content Writer

Tanuja

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