पद्मा ब्रिज का श्रेय लूट रहा चीन, बांग्लादेश ने किया विरोध, जताया कड़ा एतराज

punjabkesari.in Saturday, Jul 09, 2022 - 03:19 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः बांग्लादेश में पद्मा नदी पर बने पुल के निर्माण का श्रेय चीन द्वारा लेने पर ढाका ने पुरजोर विरोध किया है। ढाका में चीन के राजदूत के पुल निर्माण का श्रेय लेने के हास्यास्पद व्यवहार को लेकर बीजिंग की चिंता बढ़ गई है। उसकी बेल्ट एंड रोड (बीआरआइ) परियोजना सवालों के घेरे में आ गई है।  मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा 25 जून को ब्रिज का औपचारिक उद्घाटन किए जाने के बाद बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कहा था, 'पद्मा बहुद्देश्यीय पुल के निर्माण पर बांग्लादेश सरकार ने पूरी राशि खर्च की है और इसके निर्माण में किसी द्विपक्षीय या बहुपक्षीय फंडिंग एजेंसी से सहयोग नहीं लिया गया है।'

 

कुछ मीडिया रिपोर्ट द्वारा यह प्रचारित करने का प्रयास किए जाने के बाद कि पद्मा बहुद्देश्यीय पुल का निर्माण चीन के BRI के तहत और विदेशी कोष से हुआ है, विदेश मंत्रालय ने उक्त बयान जारी किया है। उद्घाटन से तीन दिन पहले 22 जून को चीन सिल्क रोड फोरम की ओर से 'पद्मा ब्रिज : BRI के तहत बांग्लादेश-चीन सहयोग का एक उदाहरण' विषय पर पैनल चर्चा कराने का प्रस्ताव था। ढाका में चीन के राजदूत ली जिमिंग इसमें मुख्य अतिथि के रूप में बुलाए गए थे। बांग्लादेश ने ब्रिज निर्माण को BRI से जोड़ने पर चीनी दूतावास के प्रयासों पर नाराजगी जताई और स्पष्ट किया कि इस ब्रिज का निर्माण सरकार ने अपने पैसे से कराया है। 

 

बता दें कि पद्मा नदी बांग्लादेश में गंगा की प्रमुख धारा है। पिछले दिनों पद्मा नदी पर निर्मित पहले रेल व सड़क मार्ग परियोजना का पीएम शेख हसीना ने उद्घाटन किया था। आम बांग्लादेशी जन के बीच इसे पद्मा पुल से जाना जा रहा है और पीएम हसीना की पार्टी आवामी लीग ने इसे बांग्लादेश के सबसे बड़े सपने के तौर पर प्रचारित किया था।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Recommended News

Related News