बांग्लादेश में महंगाई से त्रस्त जनता पर दोहरी मार, पेट्रोल-डीजल की कीमत में रिकॉर्ड 51.7% बढ़ौतरी
punjabkesari.in Saturday, Aug 06, 2022 - 03:51 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः बांग्लादेश में महंगाई से त्रस्त जनता को सरकार ने एक और बड़ा झटका दिया है। बीती रात पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 51.7 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी। देश के इतिहास में फ्यूल के दाम में इसे सबसे बड़ी वृद्धि बताई जा रही है। पहले से ही महंगाई झेल रही जनता पर इस तरह दोहरी मार पड़ी है।
रात 12:00 बजे से लागू हुई नई कीमतों के अनुसार एक लीटर ऑक्टेन की कीमत अब 135 टका हो गई है, जो कि 89 टका की पिछली दर से 51.7 प्रतिशत अधिक है। बांग्लादेश में अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत अब 130 टका है, यानी कि बीती रात से इसमें 44 टका या फिर 51.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्रालय ने फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन के दाम में हुई वृद्धि के चलते यह फैसला हुआ है। कम दाम पर ईंधन बेचने की वजह से बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPC) को फरवरी से जुलाई के बीच 8,014.51 टका का नुकसान हुआ है। मंत्रालय की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इंटरनेशनल मार्केट में फ्यूल की कीमत बढ़ने से भारत समेत कई देश पहले ही यह फैसला ले चुके हैं।
कोलाकाता में एक लीटर डीजल 22 मई से ही 92.76 रुपए (114.09 टका) और पेट्रोल प्रति लीटर 106.03 रुपए(130.42 टका) में बेचा जा रहा है। कल तक बांग्लादेश में पेट्रोल 34.09 टका और डीजल 44.42 टका सस्ता था। मस्जिद ए नबवी में प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके प्रतिनिधिमंडल के खिलाफ नारेबाजी की। कथित तौर पर ये सभी पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक ए इंसाफ से जुड़े हुए थे। मस्जिद में शहबाज शरीफ और उनके प्रतिनिधिमंडल के पहुंचने पर प्रदर्शनकारियों ने चोर-चोर का नारा लगाना शुरू कर दिया।
इसके साथ ही मरियम औरंगजेब के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए। इस घटना का वीडियो देखते ही देखते पूरी दुनिया में वायरल हो गया था। प्रदर्शनकारियों ने नार्कोटिक्स कंट्रोल के केंद्रीय मंत्री शाहज़ैन बुगती के साथ भी दुर्वयवहार किया और उनके बाल खींचे। इस दौरान प्रदर्शनकारी पूरी घटना को अपने मोबाइल में रेकॉर्ड करते रहे। इस घटना के बाद राजनीतिक और धार्मिक नेताओं और समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों ने इस घटना पर अपना आक्रोश व्यक्त किया था। लोगों ने मस्जिद ए नबवी में नारेबाजी की कड़ी निंदा की थी।