कार्यकर्ता का खुलासा: पाक सेना और आतंकियों के अत्याचारों के शिकार हो रहे बलूच नागरिक

punjabkesari.in Saturday, Feb 12, 2022 - 05:58 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः निर्वासन में रह रहे बलूच राजनीतिक कार्यकर्ता मुनीर मेंगल पाकिस्तान सरकार और सेना की करतूतों का पर्दाफाश किया है। मुनीर मेंगल का कहना है कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और बलूच गोरिल्ला लड़ाकों के बीच हिंसक सघर्षों के बीच  सेना और आतंकी संगठन क्षेत्र में स्थानीय लोगों को दबा रहे हैं।  मेंगल का कहना है कि बलूच लोगों  में पाकिस्तान के प्रति विश्वास घट रहा  है और प्रतिरोध बढ़ रहा है।

 

मुनीर ने कहा यहां पर सरकार नहीं बल्कि  सेना  आतंकी संगठन शासन को चला रहे हैं और पाकिस्तान बलूचिस्तान में गहराई से घुसने के उद्देश्य से बलूच राष्ट्रवादियों को खत्म करने के लिए इन आतंकवादी संगठनों का इस्तेमाल कर रहा है। बलूच वाइस एसोसिएशन के अध्यक्ष मुनीर ने कहा कि बलूचिस्तान में लोगों के पास कोई अधिकार नहीं है। समृद्ध खनिज भंडार होने के बावजूद इस क्षेत्र में अत्यधिक गरीबी है।

 

उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान के अंदर के लोग मार्शल लॉ के तहत रह रहे हैं जहां सेना जो करना चाहती है वह करती है। वह लोगों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं। वह लोगों का अपहरण और उनकी हत्या कर रहे हैं।उन्होने कहा कि बलूचिस्तान में अधिकारों के हनन के संबंध में न्यायपालिका और पुलिस, सभी संस्थान अप्रासंगिक हैं।  हाल ही में नौशकी और पंजगुर इलाकों में बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सेना के फ्रंटियर कॉर्प्स कैंप पर हमला किया थे।

 

इसमें कम से कम नौ सैनिक और 20 आतंकवादी मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली है। इससे पहले बलूचिस्तान के केच में हुए बीएलएफ के एक हमले में कम से कम 10 पाकिस्तानी सैनिकों की जान गई थी। मनीर ने कहा, 'दुर्भाग्य से पिछले कुछ सप्ताहों से हमें बलूचिस्तान से जो भी सुनने को मिला है, यहां न तो स्थानीय मीडिया को और न ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया को जाने की अनुमति दी जा रही है।' मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान बलूच लड़ाकों का सामना करने के लिए पाकिस्तान ने अपनी वायु सेना का इस्तेमाल किया है। उन्होंने बलूचिस्तान के मुद्दों को संबोधित करने में सरकार को नाकाम बताया।


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Content Writer

Tanuja

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