बलूच नेता का दावा, पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान में की हजारों छात्रों की हत्या

punjabkesari.in Friday, Aug 28, 2020 - 08:54 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पाक अधिकृत जम्मू-कश्मीर के क्षेत्र बलुचिस्तान में पाकिस्तानी सेना का अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है। बलूचिस्तान की आजादी के समर्थक नेता डॉ. अल्लाह निजार बलूच ने दावा किया है कि पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान में पिछले कुछ सालों में हजारों छात्रों की हत्या की है। कई छात्रों को गुप्त यातनागृहों में रखा गया है। डॉ. निजार का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पिछले हफ्ते बलूचिस्तान के तरबत शहर में पाकिस्तान की पैरामिलिट्री फोर्स ने कराची यूनिवर्सिटी के 25 साल के छात्र हयात बलूच की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। 

फोर्स के जवान घसीटते हुए छात्र को सड़क पर ले गए थे। माता-पिता बेटे की जान बख्शने की अपील करते रहे लेकिन जवानों को पत्थर दिल नहीं पसीजा। उन्होंने हयात पर आठ गोलियां दाग दीं। डॉ. निजार ने कहा कि पाक सैनिक युवाओं पर आईईडी धमाके के आरोप लगाकर इस तरह की कार्रवाई करते हैं। 

पाकिस्तान ने बलूच युवाओं को पढ़ाई से दूर रखने के लिए यहां के स्कूलों, कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज को सेना के हाथों में दे रखा है। शिक्षण संस्थानों में सैन्य कैंप और चेक पोस्ट मौजूद हैं। बलूचिस्तान में नरसंहार को जारी रखकर पाकिस्तान युवाओं को मनोवैज्ञानिक रूप से खत्म करना चाहता है। 

बलूच भाषा की पुस्तकें हुईं प्रतिबंधित
डॉ. निजार ने कहा कि पाकिस्तान हमारी पहचान, संस्कृति और भाषा को पूरी तरह खत्म करना चाहता है। बलूचिस्तान में लाहौर और कराची में प्रकाशित पुस्तकों को लाना प्रतिबंधित है। सेना ने केच जिले और अन्य स्थानों की दुकानों से बलोच भाषा की किताबें जब्त कर ली हैं। यह साफ संकेत है कि पाकिस्तान बलोच लोगों को शिक्षा से दूर रखने की साजिश रच रहा है।

53 हजार लोग लापता, अपहरण और हत्या का शक
ब्रिटेन में रहने वाले बलूच नेशनल मूवमेंट के अध्यक्ष हकीम बलूच ने दावा किया कि बलूचिस्तान में 53 लोग लापता हैं। इन्हें या तो अगवा किया गया है या फिर हत्या कर दी गई है। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। अकेले हयात का मामला नहीं है। सेना ने बलूचिस्तान में हजारों छात्रों की हत्या की है। वहीं हयात की हत्या के विरोध में हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। बलूचिस्तान और पाकिस्तान सहित कई अन्य शहरों में भी प्रदर्शन हुए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Yaspal

Recommended News

Related News