आस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री व 226 सांसदों को साबित करनी पड़ेगी नागरिकता
punjabkesari.in Tuesday, Nov 07, 2017 - 03:51 PM (IST)
केनबराः आस्ट्रलिया में सवैंधानिक संकट गहरा गया है। आस्ट्रलिया के प्रधानमंत्री व सभी 226 सांसदों को अपनी नागरिकता का सबूत देना होगा कि वे सिर्फ आस्ट्रलिया के ही नागरिक हैं। प्रधानमंत्री व सांसदों की नागरिकता को लेकर पहली बार किसी देश में एेसा संकट पैदा हुआ है। दरअसल सांसदों की नागरिकता को लेकर यहा गत एक माह से विवाद जारी है। आस्ट्रेलिया के उच्च न्यायालय ने कहा है कि दोहरी नागरिकता को लेकर जांच के घेरे में आए उप प्रधानमंत्री बार्नबाय जॉयस संसद में सांसद बने रह सकते हैं।
** उप प्रधानमंत्री बार्नबाय जॉयस**
इससे पहले आस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री बार्नबाय जॉयस दोहरी नागरिकता को लेकर जांच के घेरे में आ चुके है क्योंकि उनके पास न्यूजीलैंड की भी नागरिकता है। उनके पिता न्यूजीलैंड से थे इसलिए उनको ऑटोमैटिकली वहां की भी नागरिकता मिल गई थी। ये बात सामने आने पर उनको पद और संसदीय योग्यता दोनों से बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद हाईकोर्ट ने भी दोहरी नागरिकता का दोषी पाकर 7 सांसदों की नागरिकता रद्द कर दी थी। विवाद बढ़ने पर आस्ट्रेलिया सरकार को संसदीय बैंच बना कर नया नियम लागू करना पड़ा।
प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि लोअर हाऊस के 150 और अपर हाऊस के 76 साससों को 21 दिन के अंदर आस्ट्रेलिया की एकल नागरिकता का सबूत देना होगा। वह खुद भी नियम का पालन करेंगें। हालांकि आस्ट्रेलाई मीडिया इस नए नियम से सहमत नहीं है। उनका मानना है कि दोहरी नागरिकता से जुड़ा नियम 1901 में बनाया गया था। 117 साल में दुनिया बदल चुकी है। देश की 50 प्रतिशत आबादी एेसी है जो सालों या पीढ़ियों पहले दूसरे देशों से यहां आकर बस चुकी है। दोहरी नागरिकता के नियम पर नए तरीके पर सोचने की जरूरत है।
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