ऑस्ट्रेलिया में जंगलों की आग कारण दुर्लभ प्लैटिपस जीव विलुप्त होने की कगार पर

punjabkesari.in Thursday, Jan 23, 2020 - 04:34 PM (IST)

कैनबराः जंगलों में आग व जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप ऑस्ट्रेलिया में पाए जाने वाले पक्षी जैसे जीव प्लैटिपस की दुर्लभ प्रजाति विलुप्त होने की कगार पर है। शोधकर्ताओं का कहना है कि वैसे तो यह जीव पूर्वी ऑस्ट्रेलिया और तस्मानिया प्रांत में मिलता है, लेकिन संकोची और निसाचर प्रकृति के चलते ऑस्ट्रेलिया के अन्य हिस्सों में इसके मिलने का कोई सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। प्लैटिपस, इकिडना (बिल खोदने वाला चूहे जैसे जानवर) की चार प्रजातियों में से एकमात्र स्तनधारी जीव है। इनका मुंह बत्तख के जैसा होता है और ये गर्भ धारण करने की बजाए अंडे देते हैं।

 

इन्हें दुनिया के सबसे अजीब जीवों में से एक माना जाता है। इनके पास बत्तख की तरह चोंच, बीवर जैसी पूंछ और ऊदबिलाव जैसे पैर होते हैं। इनके पिछले पैर में डंक मारने वाले विषैले कांटे भी मौजूद रहते हैं, जिनकी सहायता से ये अन्य जीवों से खुद को सुरक्षित रखता है। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स सेंटर फॉर इकोसिस्टम साइंस के वैज्ञानिकों ने कहा कि कम वर्षा और उच्च तापमान के कारण नदी प्रणालियों को नुकसान पहुंचा है और इससे इन जीवों के जीवन की संभावनाएं भी कम होती चली जा रही हैं। इस अध्ययन के प्रमुख लेखक गिलाड बीनो ने कहा, ये खतरे आगे चलकर इनके विलुप्त होने की आशंकाओं को और पुख्ता कर देते हैं।

 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मूल्यांकन की तत्काल आवश्यकता है ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि क्या प्लैटिपस को संकटग्रस्त स्थिति में डाला जाना चाहिए या नहीं। साथ ही इनके विलुप्त होने के किसी भी जोखिम को कम करने के लिए समय रहते कदम उठाए जा सकें। शोधकर्ताओं का कहना है कि बांधों के बनने से इनके आवासों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है। जलवायु की ऐसी ही स्थिति के चलते इनकी संख्या घटकर आधी रह गई है। इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर (आइयूसीएन) ने प्लैटिपस को 'खतरे के करीब' जीवों के रूप में सूचीबद्ध किया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि जैव-विविधता को बनाए रखना है तो हमें संकटग्रस्त जीवों को बचाने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे।


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Tanuja

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