रूस ने एक माह बाद कबूला कि कोरोना से हालात बिगड़े, PM को जिम्मेदारी सौंप पुतिन मॉस्को से गए बाहर

punjabkesari.in Wednesday, Apr 15, 2020 - 01:17 PM (IST)

मॉस्कोः करीब एक महीने तक कोरोनावायरस को बहुत ज्यादा गंभीरता से नहीं लेने वाले रूसी नेता अब सच को स्वीकार करने लगे हैं। अमेरिका और यूरोपीय देशों के बाद अब रूस में भी कोरोनावायरस तेजी से फैलना शुरू हो गया है। देश में अब तक कोरोना के 15,770 केस आ चुके हैं। 130 लोगों की जान गई है। रविवार को 2186 नए केस आए, यह दिन में सबसे ज्यादा है। राजधानी माॅस्को में हालात अब बेहद परेशान करने वाले होते जा रहे हैं। मॉस्को में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 8 हजार के पार पर पहुंच गया है। केवल राजधानी में देश के दो तिहाई मामले आए हैं। इस बीच अक्सर संकट के समय में आगे बढ़कर काम करने वाले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन राजधानी मॉस्को से बाहर अपने दूसरे घर पर चले गए हैं।

PunjabKesari

उन्होंने कोरोना से निपटने की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन और मॉस्को के मेयर सारजेई सोब्यानिन को दी है। देश की राजधानी मॉस्को के मेयर सारजेई सोब्यानिन के मुताबिक वायरस अब यहां पर भी रफ्तार पकड़ रहा है। मॉस्को की डिप्टी मेयर एनास्टासिया रकोवा ने बताया कि राजधानी में संक्रमितों की संख्या दोगुना तेजी से बढ़ रही है। इनमें से लगभग आधे लोग 45 साल से कम उम्र के हैं। मॉस्को की डिप्टी मेयर रकोवा के मुताबिक राजधानी अस्पताल पूरी तरह से मरीजों से भरे हुए हैं। मॉस्को से उत्तर-पूर्व में कोमी तेल उत्पादक क्षेत्र की राजधानी सिक्तिवकर के मुख्य अस्पताल में 200 संक्रमित मरीज हैं। जबकि मॉस्को के 700 मील पूर्व में ऊफा के हॉस्पिटल में एक हजार से ज्यादा संक्रमितों का इलाज चल रहा है।

PunjabKesari

हेल्थ मिनिस्टर मिखाइल मुराश्को ने शुक्रवार को बताया कि, सप्लाई में कमी होने के कारण देश की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रहीं हैं। जबकि राष्ट्रपति पुतिन ने दूसरे देशों की मदद के लिए भारी मात्रा में मेडिकल सप्लाई भेजी हैं। मॉस्को में संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ने के कारण अधिकारियों ने पाबंदियां लगा दी हैं। बीते हफ्ते शहरवासियों को घर में रहने के आदेश दिए गए थे। अब लोग केवल खाना, दवाई और कुत्तों को घुमाने के लिए अपने घर से निकल सकेंगे। पुलिस भी शहर में घूमकर लोगों से घर में रहने की अपील कर रही है।

PunjabKesari

डॉक्टर यूनियन की प्रमुख एनास्टासिया वसीलिएवा ने सरकार पर कोरोना के मामलों को निमोनिया बताकर आंकड़े कम करने का आरोप लगाया था। इसके बाद एनास्टासिया को बीते हफ्ते गिरफ्तार कर लिया गया। मॉस्को हॉस्पिटल के डायरेक्टर्स का एक लेटर ऑनलाइन लीक हो गया था, जिससे यह साफ हो रहा था कि रूस में बताए जा रहे संक्रमितों के आंकड़े गलत हैं। यह लेटर मॉस्को हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रमुख एलेक्सी ख्रिपुन ने साइन किया था। हालांकि हेल्थ मिनिस्टर ने एक इंटरव्यू के दौरान यह साफ किया है कि देश में निमोनिया के मरीजों का इलाज भी कोरोनावायरस के मरीजों की तरह ही किया जाएगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tanuja

Recommended News

Related News