LIVE: महिला प्रदर्शन के बीच तालिबान नई सरकार के गठन को तैयार, कल हो सकता है मंत्रिमंडल का ऐलान

punjabkesari.in Thursday, Sep 02, 2021 - 04:38 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो सैनिकों की वापसी पूरी तरह से हो गई है और इस तरह  19 साल, 10 महीने और 25 दिन बाद  यानी करीब 20 साल बाद एक बार फिर अफगानिस्तान पर तालिबान का पूरी तरह से कब्जा हो गया है और तालिबानी नई सरकार के गठन को पूरी तरह तैयार है।  अफगानिस्तान से जुड़ी हर खबर पढ़ने के लिए जुड़े punjabkesari.in के साथ...

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  • काबुल पर कब्जे व अमेरिकी और नाटो सैनिकों की पूर्ण वापसी के बाद तालिबान अफगानिस्तान की नई सरकार का ऐलान करने को तैयार हैं। अफगानिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिलाओं के एक दुर्लभ प्रदर्शन के बीच सरकार के गठन को लेकर तालिबान और अफगान नेताओं के बीच चर्चाएं पूरी हो गई हैं।  तालिबान नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा इस सरकार के सुप्रीम होंगे और प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को उनके आदेशों का पालन करना होगा।

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  • तालिबान का यह ऐलान दर्जनों महिलाओं द्वारा नए शासन के तहत काम करने के अधिकार के लिए  रदर्शन के बीच किया गया है। तालिबान सूत्रों ने बताया कि मंत्रीमंडल का ऐलान शुक्रवार को दोपहर की प्रार्थना के बाद हो सकता है। टोलो न्यूज के अनुसार तालिबान के कल्चरल कमिशन के सदस्य अनमुल्लाह समनगनी ने बताया कि नई सरकार पर विचार-विमर्श की प्रक्रिया पूरी हो गई है और कैबिनेट को लेकर जरूरी फैसले भी ले लिए गए हैं। अनमुल्लाह समनगनी ने कहा कि तालिबान की इस्लामी सरकार  लोगों के लिए एक उदाहरण होगी। उन्होंने कहा कि  अखुंदजादा के नेतृत्व में सरकार बनने को लेकर कोई शक नहीं है। वह सरकार के मुखिया होंगे और इसपर कोई सवाल ही नहीं किया जा सकता।' 

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  • काबुल पर तालिबान को कब्जा किए हुए दो हफ्ते से भी ज्यादा का समय बीच चुका है। इसके बाद पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़ कर भाग गए थे। तबसे लेकर अब तक हजारों अफगानी नागरिक काबुल एयरपोर्ट के रास्ते देश छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।  बता दें कि अमेरिका ने 9/11 हमले के बाद करीब 7 अक्तूबर, 2001 से अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ अपना अभियान शुरू कर दिया था। जब अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया उस वक्त वहां पर तालिबान का ही शासन था। 

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  • अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद एक पूर्व वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक का तालिबान-चीन के संबंधों को लेकर बड़ा  बयान सामने आया है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व दूत निक्की हेली ने कहा है कि तालिबान को लेकर चीन पर नजर बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा है कि  लगभग दो दशकों से अमेरिका द्वारा नियंत्रित बगराम वायु सेना के अड्डे पर अब  चीन  कब्जा करने के लिए कदम उठा रहा।
     
  • संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आगाह किया है कि अफगानिस्तान में उसका खाद्य भंडार इस महीने खत्म हो सकता है और लोग भूख  से मरने की कगार पर पहुंच जाएंगे। अफगानिस्तान में विशेष उप प्रतिनिधि और मानवीय समन्वयक रमीज अलकबारोव ने कहा कि  जरूरतमंद लोगों को भोजन मुहैया कराने के लिए 20 करोड़ डॉलर की तत्काल आवश्यकता है। देश की कम से कम एक तिहाई संघर्षरत आबादी अभी ‘‘इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं है कि उन्हें रोज भोजन मिलेगा या नहीं।''
     
  • अमेरिका के एक शीर्ष जनरल ने कहा कि तालिबान पहले से ही एक क्रूर समूह है और यह देखा जाना बाकी है कि क्या इस समूह में बदलाव आया है या नहीं। अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने पेंटागन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम नहीं जानते कि तालिबान का भविष्य क्या है लेकिन मैं अपने निजी अनुभव से आपको बता सकता हूं कि यह पहले से ही एक क्रूर समूह रहा है और वे बदले हैं या नहीं, यह देखना अभी बाकी है।''

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Content Writer

Tanuja

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