आर्थिक उथल-पुथल से टूटे अफगानी व्यवसायी, कारोबार पाकिस्तान-ईरान शिफ्ट करने का बना रहे प्लान

punjabkesari.in Wednesday, Jan 05, 2022 - 03:08 PM (IST)

काबुल: तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में आर्थिक व मानवीय संकट बढ़ने से हालात बद से बद्तर होते जा रहे हैं। लोग भुखमरी और बेरोजगारी के चलते पलायन करने को मजबूर हैं। यही नहीं अब देश का व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित होने से कारोबारी अपना व्यापार दूसरे देशों में शिफ्ट करने को मजबूर हो रहे हैं।  अफगानिस्तान के  कंधार के व्यवसायी पाकिस्तान या ईरान में स्थानांतरित होने का प्लान बना रहे हैं । दरअसल पिछले साल अगस्त में तालिबान के अधिग्रहण के बाद देश में आर्थिक उथल-पुथल के बीच उन्हें विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

 

कंधार के चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के डिप्टी नियामतुल्ला नियामत ने टोलो न्यूज को बताया, "कुछ का इरादा पड़ोसी देशों में जाने का है। बिजली के अलावा  अन्य समस्याएं भी हैं जो निजी क्षेत्र को प्रभावित कर रही हैं।" संयुक्त अफगानिस्तान-पाकिस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख नकीबुल्लाह सपई ने  कहा कि इस्लामाबाद अफगान व्यापारियों के लिए पांच साल का वीजा जारी करने पर विचार कर रहा है।   उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबानके अधिग्रहण के बाद सुरक्षा , बिजली की समस्या, आपूर्ति श्रृंखला में ब्रेक, साथ ही निवेश और ग्राहकों के नुकसान जैसे विभिन्न कारणों से अफगान व्यवसायों को बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।

 

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार इस बीच, अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी कि अफगानिस्तान के व्यापारिक निवेश को विदेशों में स्थानांतरित करना अफगानिस्तान के हित में नहीं है । एक अर्थशास्त्री सैयद मसूद ने कहा, "वास्तव में, पाकिस्तान अपना नियंत्रण बढ़ाना चाहता है और अफगान व्यापार और बाजारों पर नियंत्रण करना चाहता है और मध्य एशिया के लिए एक रास्ता खोलना चाहता है।" 35 लाख अमेरिकी डॉलर का निवेश करने वाले एक कारखाने के मालिक को बिजली की कमी के कारण अपने व्यवसाय के संचालन को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा।

 

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कारखाने के मालिक मोहम्मद नईम ने कहा, "हमें क्या करना है और किस दिशा का अनुसरण करना है, इसके बारे में हम सबकुछ  खो चुके हैं। पिछले 20 वर्षों के दौरान देश में कुछ भी नहीं बदला है।" अफगानिस्तान से पड़ोसी देशों में निवेश के हस्तांतरण को रोकने के लिए, चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कहा कि इस्लामिक अमीरात को व्यवसायियों के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। चैंबर के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा, "हम नहीं चाहते कि दूसरे देश हमारे व्यापारियों को लाइसेंस दें। हम चाहते हैं कि हमारे कारोबारी देश में रहें, लेकिन इस्लामिक अमीरात को जरूरी सुविधाएं देनी चाहिए।"


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Content Writer

Tanuja

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