इरान में बेनतीजा रही अफगानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा और तालिबान के बीच वार्ता

punjabkesari.in Thursday, Jan 13, 2022 - 12:26 PM (IST)

काबुल: इरान की राजधानी तेहरान में अफगानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा (NRF) और तालिबान के बीच  शुरू हुई वार्ता  बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार रेजिस्टेंस फ्रंट के वार्ता दल के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर मंगलवार को कहा कि इस्लामिक अमीरात की टीम ने बैठक का कोई ठोस नतीजा न निकलने पर  रेसिस्टेंस फ्रंट के नेताओं को कहा कि उनको अफगानिस्तान लौट जाना चाहिए। कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी के नेतृत्व में इस्लामिक अमीरात के प्रतिनिधि शनिवार को ईरान गए और सोमवार को काबुल लौट आए।

 

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, NRF के एक सदस्य ने यह भी कहा कि उन्होंने तेहरान द्वारा आयोजित तालिबान के अधिकारियों के साथ अपनी दो दिवसीय बैठक में अफगानिस्तान में एक  माध्यमिक सरकार की स्थापना का प्रस्ताव रखा। टीम के सदस्य ने कहा "उनके लिए हमारा प्रस्ताव स्पष्ट  और  एक माध्यमिक सरकार बनाने का था जो अगली सरकार के लिए काम करेगी और लोगों को समान अधिकार और स्वतंत्रता का आनंद मिलेगा। लेकिन तालिबान की सहमति न बनने पर  वार्ता बिना किसी परिणाम के समाप्त  हो गई" । इस बीच मुत्ताकी ने कहा कि NRF टीम के साथ उनकी सकारात्मक चर्चा हुई।  बातचीत करने वाली टीमों में इस्लामिक अमीरात के चार अधिकारियों और प्रतिरोध मोर्चे के पांच सदस्यों ने भाग लिया।

 

टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार बैठक में  इस्लामिक अमीरात के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी, कार्यवाहक आर्थिक मंत्री दीन मोहम्मद हनीफ, कार्यवाहक उद्योग और वाणिज्य मंत्री नूरुद्दीन अज़ीज़ी, सीमा और जनजातीय मामलों के कार्यवाहक उप मंत्री हाजी गुल मोहम्मद ने का जबकि इस्माइल खान, एक पूर्व जिहादी नेता, मावलवी हबीबुल्लाह हेसम, अब्दुल हाफिज मंसूर, हेसामुद्दीन शम्स, बडगी के पूर्व गवर्नर, और घोर के पूर्व गवर्नर अब्दुल ज़हीर फैज़ ज़ादा  ने   NRF  की तरफ से  प्रतिनिधित्व किया ।

 

 इस टीम का नेतृत्व इस्माइल खान कर रहे थे। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यह ज्ञात नहीं है कि इस्लामिक अमीरात और रेसिस्टेंस फ्रंट ने भविष्य में इस तरह की बैठकें जारी रखने का वादा किया था या नहीं। बता दें कि  15 अगस्त 2020 को अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद दिवंगत पूर्व अफगान गुरिल्ला कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद के नेतृत्व वाला NRF तालिबान से लड़ने वाले  एकमात्र उद्दंड समूह बना रहा।


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Content Writer

Tanuja

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