8 साल की ये लड़की है दुनिया की सबसे बूढ़ी बच्ची, तस्वीरें देख फटी रह जाएंगी आंखें

punjabkesari.in Monday, Feb 17, 2020 - 05:12 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः यूक्रेन में एक अजीब बच्ची का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो है। इस 8 साल की बच्ची की उम्र सामान्य लोगों की तुलना में 10 गुना तेजी से बढ़ रही थी। महज 8 साल की उम्र में इस लड़की का शरीर 80 साल के बूढ़े जैसा हो गया था। दुखद यह है कि 8 साल की उम्र में ही इस लड़की की कई गंभीर बीमारियों से लड़ते हुए मौत हो गई। और इसी के साथ ये लड़की दुनियाभर में बुढ़ापे के कारण सबसे कम उम्र में मरने वाली इंसान बन गई। इस लड़की का नाम था अन्ना साकीडॉन।

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मीडिया रिोर्ट के मुताबिक अन्ना साकीडॉन की वास्तविक उम्र सिर्फ 8 साल थी मगर बायलॉजिकल उम्र 80 साल थी। पिछले महीने ही उसने अपना 8वां जन्मदिन मनाया था। अन्ना हमेशा से सबकी दुलारी रही थी। महज 10 महीने की उम्र में उसने चलना सीख लिया था। वो इतनी अच्छी तरह चलती था कि लोगों को आश्चर्य होता था कि इतना छोटा बच्चा कैसे चल सकता है। तमाम बीमारियों से ग्रस्त होने के बावजूद अन्ना हमेशा खुश रहती थीं और हंसती रहती थीं। उसे अपने टेडीबियर को बांहों में भरकर किस करना अच्छा लगता था, मगर मां के अलावा अन्य लोगों के पास वो सुरक्षित नहीं महसूस करती थी। 8 साल की उम्र में भी अन्ना साकीडॉन का वजन 8 किलोग्राम से भी कम था।

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वो एक ऐसी बीमारी से पीड़ित थी, जो पूरी दुनिया में सिर्फ 160 लोगों को है। उसकी मौत शरीर के कई अंगों के फेल होने के कारण हुई। डॉक्टर्स बताते हैं कि इसका कारण उनका शरीर था जो इतनी जल्दी 80 साल के बूढ़े जैसा हो गया था। अन्ना की मां इवाना ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो अपनी बेटी को ठीक करने के लिए सबसे कुछ कुर्बान को तैयार थीं। उनकी मां का एक ही सपना था कि किसी दिन कोई ऐसी जांच सामने आएगी, जिसमें डॉक्टर्स गलत साबित होंगे और उनकी बच्ची को बचा लिया जाएगा। अन्ना का इलाज करने वाले डाक्टरों नेबताया कि, "अन्ना जनवरी में ही 8 साल की पूरी हुई थी।

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आमतौर पर प्रजीरिया से प्रभावित व्यक्ति का शरीर सामान्य लोगों की तुलना में 8 से 10 गुना ज्यादा तेजी से बूढ़ा होता है। इसलिए अन्ना की बायलॉजिकल उम्र 70-80 साल के बूढ़े जैसा था। उसकी हड्डियां तो धीरे-धीरे बढ़ रही थीं, मगर शरीर के अंग उनकी बायलॉजिकल उम्र के हिसाब से बूढ़े हो रहे थे। आमतौर पर ऐसे बच्चों की मौत स्ट्रोक के कारण होती है। अन्ना को भी कई बार स्ट्रोक्स के अटैक आए थे और लकवा (पैरालिसिस) भी हुआ था, जिसके कारण उसे अपने हाथ और पैरों को हिलाने में भी मुश्किल आने लगी थी।"


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Tanuja

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