पाकिस्तान के पेशावर में 2 सिख व्यापारियों की गोली मारकर हत्या (Video)
punjabkesari.in Sunday, May 15, 2022 - 02:48 PM (IST)
पेशावरः पाकिस्तान के पेशावर शहर में अज्ञात हमलावरों ने सिख समुदाय के दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतकों की पहचान सलजीत सिंह (42) और रंजीत सिंह (38) के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि ये दोनों दुकानदार थे जो सरबंद इलाके के बाटा ताल बाजार में मसाले बेचते थे। पेशावर में पिछले आठ महीने में सिख समुदाय पर इस तरह का ये दूसरा हमला है।
#BREAKING : पाकिस्तान के पेशावर के पास बडतर बाजार में दो सिख दुकानदारों की गोली मारकर हत्या कर दी गई
— Ravinder Singh Robin ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ رویندرسنگھ روبن (@rsrobin1) May 15, 2022
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों में इस घटना के बाद दहशत फैल गई है
रणजीत सिंह और कुलजीत सिंह दोनों करियाने की दुकान चलाते थे #TargetKilling #PakistanSikh #Peshawar pic.twitter.com/kONSwE7Ul6
पिछले साल सितंबर में पेशावर में एक प्रसिद्ध सिख ‘हकीम’ की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पेशावर में लगभग 15,000 सिख रहते हैं. ज्यादातर प्रांतीय राजधानी के पड़ोस जोगन शाह में है। पेशावर में सिख समुदाय के अधिकतर सदस्य व्यवसाय से जुड़े हैं, जबकि कुछ फार्मेसियां भी चलाते हैं। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान ने हमले की कड़ी निंदा की है और पुलिस को दोषियों की गिरफ्तारी के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया है। उन्होंने घटना को अंतर्धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश करार देते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को न्याय दिलाया जाएगा।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है। एसजीपीसी के अध्यक्ष अधिवक्ता एस. हरजिंदर सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यकों की इस तरह की हत्याएं पूरी दुनिया और खास कर सिखों के लिए बेहद चिंता का विषय है। उन्होंने कहा दोनों देशों की सरकारों को पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक सिखों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में एक प्रसिद्ध सिख 'हकीम' (यूनानी चिकित्सक) की पेशावर में उनके क्लिनिक के अंदर अज्ञात बंदूकधारकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। 2018 में सिख समुदाय के एक प्रमुख सदस्य चरणजीत सिंह की पेशावर में अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी। 2017 की जनगणना के अनुसार, पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़े धार्मिक अल्पसंख्यक हैं। ईसाई दूसरा सबसे बड़े धार्मिक अल्पसंख्यक हैं। अहमदी, सिख और पारसी भी पाकिस्तान में उल्लेखनीय धार्मिक अल्पसंख्यकों में से हैं।