सीएम ने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जो सीधे कादियान के दिल पर लगे- हुड्डा

punjabkesari.in Monday, Mar 07, 2022 - 07:11 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी) : हरियाणा विधानसभा में चार मार्च को हुए हंगामे का आज पटाक्षेप हो गया। रघुबीर कादयान द्वारा सदन के भीतर बिल फाड़े जाने के मुद्दे पर सोमवार खेद प्रकट कर लिया गया, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें बहाल कर दिया। कादयान के मुद्दे पर आज नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल आमने-सामने भी हुए। स्पीकर ने तीस मिनट के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित करके चार मार्च की रिकार्डिंग को देखा। जिसके बाद कादयान को बहाल किया गया।

हरियाणा विधानसभा में चार मार्च को हरियाणा विधिविरूद्ध धर्म परिवर्तन निवारण विधेयक, 2022 रखा गया था। सदन में इस विधेयक पर अभी चर्चा भी नहीं हुई थी कि भारी हंगामे के बीच रघुबीर कादयान ने विधेयक की प्रतियां फाड़ दी। जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया। जिस दिन यह घटनाक्रम हुआ तो हुड्डा सदन में नहीं थे।

आज सदन की कार्यवाही के दौरान हुड्डा ने कादियान की पैरवी करते हुए कहा कि पहले मुख्यमंत्री ने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जो सीधे कादियान के दिल पर लगे। आवेश में आकर कादियान ने यह बिल फाड़ा। हुड्डा ने कहा कि कादयान को सडन प्रोवोकेशन का लाभ मिलना चाहिए।

हुड्डा ने कहा कि पहले मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायकों को धर्म परिवर्तन करने की बात कहकर उकसाया। हुड्डा ने कहा कि उनसे बड़ा हिंदू कौन है यहां। मेरे पिता और दादा हिंदू थे। देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़े। सीएम यह कह दें कि धर्म परिवर्तन कर लें और फिर विधायक तैश में भी ना आएं। हुड्डा ने कहा कि वह बिल फाडऩे का समर्थन नहीं करते लेकिन इस तरह की घटनाएं होना स्वाभाविक हैं।

हुड्डा के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बिल का विरोध चल रहा था तो वे थे नहीं। बाद में आए और उन्होंने अपनी बात रखी। पहले बिल फाडऩे और बाद में धर्म परिवर्तन की बात जब सीएम ने कही तो हुड्डा ने इसे पकड़ते हुए कहा कि विधानसभा का रिकार्ड निकाला जाए। वीडियो रिकार्डिंग देखी जाए। अगर डॉ़ कादियान ने पहले बिल फाड़ा होगा तो वे कादियान से माफी मंगवाएंगे।

इस मुद्दे पर काफी गरमा-गरमी के बीच तय हुआ कि स्पीकर चार मार्च की रिकार्डिंग निकलवाकर देेखेंगे। जिसके चलते सदनकी कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके बाद सीएम, विपक्ष के नेता, संसदीय कार्य मंत्री सहित कई नेता स्पीकर के साथ उनके चैंबर में बैठे। वहां वीडियो देखी गई। दोबारा से सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो हुड्डा ने कादियान का मुद्दा फिर से उठाया।

इसके बाद सीएम ने सदन में माना कि पहले उन्होंने धर्म परिवर्तन करने की बात कही थी और फिर कादियान ने बिल फाड़ा था। सीएम ने गेंद स्पीकर व सदन के पाले में डालते हुए कहा कि अगर सदन चाहे तो कादियान का निलंबन रद्द किया जा सकता है। हुड्डा ने कहा, गलती दोनों ओर से हुई है। ऐसे में डॉ़ कादियान भी सदन में आकर खेद जताएंगे। कादियान ने सदन में आकर अपने शब्द वापस लिए और खेद जताया। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कादियान का निलंबन रद्द करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पास क उनके निलंबन को रद्द कर दिया गया।

 

 


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Content Writer

Vivek Rai

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