बिना आधार कार्ड के नहीं मिलेगा रेमेडिसीवर इंजैक्शन

punjabkesari.in Tuesday, Apr 20, 2021 - 11:50 PM (IST)

चंडीगढ़ (अविनाश पांडेय): हरियाणा में रेमेडिसीवर इंजैक्शन की कालाबाजारी के मामले सामने आने के बाद अब हरियाणा सरकार सख्त हो गई है। पुलिस ने रेमिडिसीवर की कालबाजारी करने वाले 3 लोगों को सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है। अब इस आपदा के वक्त मुनाफाखोरी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए हरियाणा के गृह एंव स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सख्त निर्देश दिए हैं। विज ने कहा कि अगर इस आपदा के समय भी कोई कालाबाजारी या मुनाफाखोरी करता है तो उसे सलाखों के पीछे डाला जाएगा। विज ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा करने वाले बक्शे नहीं जाएंगे। मौजूदा समय में हरियाणा में करीब 8 हजार इंजैक्शन मौजूद हैं वहीं और इंजैक्शन मंगवाने के लिए आर्डर दिए गए हैं।   

 


रेमेडिसीवर की कालाबाजारी के बीच विज ने अब इंजैक्शन को आधार कार्ड के जरिए देने के आदेश दिए हैं। विज ने इसके लिए प्रदेश के ड्रग्स कंट्रोलर को रेमेडिसीवर के अंबाला स्थित दो गोदामों पर अफसरों की ड्यूटी लगाने के आदेश दिए हैं। विज के आदेशों पर अब दोनों गोदामों पर अफसरों का पहरा शुरू हो गया है। ये दोनों गोदाम अंबाला में ही स्थित हैं। इसके अलावा प्रदेश भर में कैमिस्ट को जाने वाली रेमेडिसीवर दवाओं का डाटा भी रखा जा रहा है ताकि कहीं से कोई भी कालाबाजारी न कर सके। 


‘12 प्लांटों में प्रतिदिन 270 मीट्रिक टन आक्सीजन का होता है उत्पादन’ 
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े पर गौर करें तो प्रदेश में भारत सरकार की ओर से प्रोवाइड किए जा रहे 6 पी.एस.ए. प्लांट हैं जो सोनीपत, अंबाला, पंचकूला, करनाल, फरीदाबाद और हिसार में हैं। इसकेे अलावा आक्सीजन बनाने के 12 प्लांट हैं, जिसमें प्रतिदिन कुल उत्पादन क्षमता 270 मीट्रिक टन की है। वहीं चार एयर सप्रेशन यूनिट हैं जबकि प्रदेश में 12 मेडिकल आक्सीजन रिफिलंग यूनिट हैं जहां 88 आक्सीजन टैंकर के जरिए आक्सीजन की सप्लाई की जाती है। 


‘प्रदेश में आक्सीजन की कोई कमी नहीं, पुलिस कर रही है पहरेदारी’ 
विज ने कहा कि प्रदेश में आक्सीजन की पर्याप्त सप्लाई है। किसी भी जिले में आक्सीजन की कमी नहीं है। आक्सीजन की पूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ही आक्सीजन प्लांटों पर अफसरों के साथ-साथ पुलिस तैनात की गई है, ताकि कहीं से भी आक्सीजन की कालाबाजारी न हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में डिमांड के मुताबिक आक्सीजन की सप्लाई की जा रही है और सभी जिलों के सी.एम.ओ. से लेकर ड्रग्स अफसरों को नियमित डाटा तैयार करने के आदेश दिए गए हैं।
 


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News Editor

Taranjeet Singh

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