गुरुग्राम की महिला ने 01 साल में 07 पुरुषों के खिलाफ 07 थानों में दी बलात्कार की शिकायतें

punjabkesari.in Wednesday, Oct 27, 2021 - 07:30 PM (IST)

चंडीगढ़, (अर्चना सेठी)-गुरुग्राम की एक महिला ने पिछले एक साल में जिले के सात पुरुषों के खिलाफ अलग अलग थानों में बलात्कार की शिकायतें दी। अब इस महिला के खिलाफ गुरुग्राम से हरियाणा राज्य महिला आयोग को शिकायत मिली है कि महिला ने बलात्कार की झूठी शिकायतें की हैं। आयोग को मिली शिकायत में कहा गया है कि महिला ने सात पुरुषों के खिलाफ सात पुलिस थानों में झूठे मामले दर्ज करवाए हैं और उन सारे मामलों की अगर गहनता से जांच की जाए तो पता चलेगा कि महिला ने बलात्कार की नक्ली दास्तान सुना कर पुुरुषों को फंसाने की कोशिश की है। हरियाणा राज्य महिला आयोग ने हरियाणा के पुुलिस महानिदेशक पी.के.अग्रवाल को मामले में स्पैशल इनवेस्टिगेशन टीम गठन के बाबत निर्देश जारी किए हैं ताकि मामले की वास्तविकता पता चल सके। 

 


महिला अधिकारों का दुरुपयोग होने की संभावना 
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष प्रीति भारद्बाज दलाल का कहना है कि आयोग को विभिन्न सोशल मीडिया, अखबारों, ट्विटर आदि के माध्यम से अवगत कराया गया है कि एक 20 वर्षीय महिला द्वारा गुरुग्राम जिले में पिछले 01 वर्ष में सात (07) अलग अलग पुरुषों के खिलाफ सात अलग अलग बलात्कार व यौन उत्पीडऩ की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत सात (7) प्राथमिकी शिकायतें दर्ज करवाई गई हैं। दलाल का कहना है कि यह एक गंभीर विषय होने के साथ-साथ इसमें कानून का दुरुपयोग होने की भी संभावना जताई जा रही है। आयोग ने कमिश्नर पुलिस, गुरुग्राम को पत्र लिखते हुए अभी तक मामले में की गई कार्यवाई की रिपोर्ट मांगी है। हाल ही में इसी महिला ने  24 अक्तूबर 2021 को फिर से एक अन्य पुलिस थाने में यौन उत्पीडऩ और बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज करवाने की जानकारी मिली है। इन सारी शिकायतों के बाबत गुरुग्राम के सामाजिक रूप से जागरूक नागरिकों ने एक विस्तारपूर्वक शिकायत आयोग को भेज कर न्याय की मांग की है। 

 

महिला सुरक्षा सर्वोपरि परंतु कानून पुरुषों के साथ भी न्याय करेगा 
दलाल ने कहा कि आयोग का मानना है की महिला सुरक्षा आयोग के लिए सर्वोपरि है। आयोग एक विशेषज्ञ निकाय के तौर पर प्रदेश में महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक, कानूनी और संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण के लिए काम करता है। महिलाओं को न्याय दिलाने के साथ साथ समाज में उनके महत्वपूर्ण स्थान के लिए भी आयोग काम करता रहा है। परंतु आयोग सिर्फ महिलाओं को ही न्याय नहीं दिलाता बल्कि उस पुरुष की सहायता भी करता है जिसके साथ किसी महिला ने अन्याय किया हो। कानून हर व्यक्ति की सुरक्षा के लिए बनाया गया है।

 

महिलाओं द्बारा कानून दुरुपयोग के मामले आ चुके सामने 
प्रीति भारद्बाज दलाल ने कहा कि आयोग के समक्ष ऐसे मामले भी आए हैं जिसमे महिलाओं द्वारा कानून का कहीं ना कहीं गलत प्रयोग किया गया है। कानून वो दो धारी तलवार है जो कि सभी के अधिकारों के संरक्षण के लिए बनाए जाते हैं, तो कई बार इन्ही कानूनों का दूसरे पक्ष (कभी कभी पुरुषों) की स्वतंत्रता व अधिकारों का गला घोंटने के लिए, दुरुपयोग भी किया जा सकता है। आयोग में आए कुछ मामलों में  जबरन वसूली, हनी ट्रैपिंग जैसी शिकायतें प्राप्त हुई हैं। गुरुग्राम की महिला का मामला भी ऐसे मामलों जैसा हो सकता है और ऐसे में पुलिस विभाग द्वारा मामले में तुरंत कार्रवाई की जाने की आवश्यकता है।

 

प्रदेश सरकार को भी भेजा पत्र
आयोग की अध्यक्ष प्रीति भारद्बाज दलाल ने हरियाणा पुलिस महानिदेशक पी.के अग्रवाल को पत्र जारी करते हुए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठन के निर्देश जारी किए हैं। आयोग ने मामले में सिफारिश की है कि विशेष जांच दल (एस.आई.टी) का गठन एक वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी की अध्यक्षता व एक पुरुष पुलिस अधिकारी सह-अध्यक्षता में किया जाए और तीन अन्य अधिकारी टीम में शामिल किए जाएं। आयोग ने पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री कार्यालय, माननीय ग्रह मंत्री व पुलिस आयुक्त गुरुग्राम को भी भेजी है।


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News Editor

Archna Sethi

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