कोरोना से निपटने के लिए विधायी तंत्र सक्रिय

punjabkesari.in Monday, Apr 19, 2021 - 09:34 PM (IST)

चंडीगढ़, (बंसल): कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए देश का विधायी तंत्र सक्रिय हो गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज देश के सभी विधान मंडलों के पीठासीन अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने प्रदेश के एन.सी.आर. और जी.टी. रोड स्थित जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकडोंं पर चिंता जताई। गुप्ता ने विधानसभा की ओर से किए जा रहे प्रयासों का ब्यौरा भी दिया। उन्होंने बताया कि विधानसभा सचिवालय जल्द ही नियंत्रण कक्ष स्थापित करेगा। यह कक्ष लोकसभा के माध्यम से सभी राज्यों के साथ समन्वय कर लोगों की सहायता और विकट परिस्थितियों से निपटने में मदद करेगा। इसके साथ ही हरियाणा विधानसभा सचिवालय टीकाकरण, लोगों को जागरूक करने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करवाने के लिए भी सक्रिय भूमिका निभाएगा। इसके लिए अनेक फैसले किए जा चुके हैं।  


‘हरियाणा का दिल्ली से सटा होना व जी.टी. रोड के चलते बढ़ी संक्रमण की रफ्तार’
ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में संक्रमण की रफ्तार बढऩे के पीछे दो प्रमुख कारक ध्यान में आ रहे हैं। पहला प्रदेश का दिल्ली से सटा होना और दूसरा जी.टी. रोड। हरियाणा का बड़ा हिस्सा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एन.सी.आर.) में आता है। प्रदेश के 22 में से 14 जिले एन.सी.आर. का हिस्सा हैं। इन जिलों से बड़ी संख्या में लोगों का दिल्ली आना-जाना रहता है। इसके साथ ही उत्तर भारत के राज्य पंजाब, हिमाचल और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और चंडीगढ़ के लोग जी.टी. रोड के माध्यम से दिल्ली आवागमन करते हैं। हरियाणा में इस बार कोविड-19 का सबसे ज्यादा असर एन.सी.आर. और जीटी रोड के साथ लगते जिलों में ही है।


‘किसान आंदोलन के चलते भी संक्रमण बढऩे की संभावना’
गुप्ता ने कहा कि किसान आंदोलन से जुड़ी गतिविधियों से भी यहां कोरोना संक्रमण बढऩे की आंशका है। दूसरे प्रदेशों से किसान एक्टिविस्ट यहां सक्रिय हैं। दिल्ली के आसपास दिए जा धरने हरियाणा के साथ लगते जिलों को प्रभावित कर रहे हैं। ऐसी गतिविधियों में लोगों का जमावड़ा होता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि किसान भाइयों को बीमारी की गंभीरता को समझते हुए कोरोना से बचने के प्रयास करने चाहिए। बैठक में गुप्ता ने कहा कि अब समय आ गया है कि जब हमें कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी। यह जंग लंबी हो सकती है। इसलिए ‘लडाई भी, दवाई भी और कड़ाई भी’ के मंत्र का पालन करें।    


‘गुप्ता करेंगे सभी विधायकों के साथ बैठक’
गुप्ता ने कहा कि बदलते हालातों में जन-प्रतिनिधियों के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी आ पड़ी है। इसलिए विधायकों ने संकट की इस घडी में पूरे मनोयोग के साथ जनता का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के हालातों का जायजा लेने के लिए वे 22 अप्रैल को विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे। उन्होंने विधायकों से अपील की कि वे अपने हलके के लोगों को गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से समय-समय पर जारी कोविड प्रोटोकॉल संबंधी हिदायतों का पालन करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने विधायकों से अपील की कि सामूहिक समारोहों को बढ़ावा न दें और किसी स्थान पर लोगों को इकट्ठा न होने दें। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता सुनिश्चित करवाएं। इन स्थानों पर एम.एच.ए. की गाइडलाइन का पालन भी सुनिश्चित करवाएं। गुप्ता ने विधायकों से टीकाकरण को प्रोत्साहित करने की भी अपील की।


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News Editor

Vikash thakur

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