बजरंग दल ने गुजरात कांग्रेस कार्यालय का नाम बदल ‘हज हाउस’ रखने के पोस्टर भवन पर चिपकाए

punjabkesari.in Friday, Jul 22, 2022 - 07:47 PM (IST)

अहमदाबाद, 22 जुलाई (भाषा) बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार तड़के यहां कांग्रेस की गुजरात इकाई के मुख्यालय की इमारत पर पोस्टर चिपका दिए, जिसमें लिखा था कि पार्टी कार्यालय का नाम बदलकर ‘हज हाउस’ कर दिया गया है।

बजरंग दल की सहयोगी संस्था विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कहा कि उसके कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के अल्पसंख्यकों के बारे में हालिया बयान के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए यह कार्रवाई की। हालांकि, कांग्रेस ने दक्षिणपंथी संगठन पर निशाना साधते हुए कहा कि उसकी कार्रवाई विपक्षी दल के कार्यालय पर हमले के समान है और वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रही है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढ़वाडिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ठाकोर के बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया है। ठाकोर ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विचारों का समर्थन किया था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का होना चाहिए और कहा कि कांग्रेस इस विचारधारा से पीछे नहीं हटेगी, भले ही उसे चुनावों में हार का सामना करना पड़े।

कांग्रेस की गुजरात इकाई के प्रवक्ता मनीष दोशी ने शहर के पालदी इलाके में स्थित पार्टी की प्रदेश इकाई के मुख्यालय राजीव गांधी भवन पर बजरंग दल के हमले की निंदा करते हुए कहा कि इन युवाओं की ‘‘मति भ्रष्ट’’ हो गई है। उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘‘गुंडागर्दी’’ को प्रायोजित करने का भी आरोप लगाया।

विहिप द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में प्रदर्शनकारी पार्टी कार्यालय की दीवारों पर स्प्रे रंगों का उपयोग करते हुए ‘‘हज हाउस’’ लिखते हुए और परिसर में लगाए गए बैनरों पर विभिन्न कांग्रेस नेताओं की तस्वीरों को विरूपित करते हुए दिख रहे हैं।

गुजरात विहिप के प्रवक्ता हितेंद्र सिंह राजपूत ने कहा, ‘‘प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि देश के संसाधनों पर सबसे पहले अल्पसंख्यकों का अधिकार है। यह पार्टी एक तरफ धर्मनिरपेक्षता और समानता की बात करती है और फिर वोट के लिए तुष्टीकरण की राजनीति करती है। हम इस धर्म-केंद्रित राजनीति के खिलाफ हैं क्योंकि यह देश और समाज में विभाजन पैदा करती है। यह देश सभी 135 करोड़ नागरिकों का है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अपना विरोध जताने के लिए बजरंग दल के लगभग 20 कार्यकर्ताओं ने सुबह-सुबह भवन के अंदर और बाहर पोस्टर चिपकाये और प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय का नाम बदलकर ‘हज हाउस’ कर दिया। चूंकि मुख्य दरवाजा बंद था, इसलिए हमने मुख्य दरवाजे पर ही एक पोस्टर चिपका दिया, जिसमें घोषणा की गई है कि ठाकोर ने इमारत का नाम बदलकर ‘हज हाउस’ कर दिया है।’’
राजपूत ने कहा कि यह सब सुबह करीब पांच बजे किया गया था, इसलिए उस वक्त पार्टी कार्यालय में एक सुरक्षा गार्ड के अलावा कोई भी मौजूद नहीं था। हालांकि कांग्रेस ने दावा किया कि ठाकोर के बयान को संदर्भ से काटकर पेश किया गया। मोढ़वाडिया ने कहा, ‘‘भाजपा ने जानबूझकर ठाकोर के बयान को तोड़ा मरोड़ा। हमेशा से हमारा मानना रहा है कि देश के संसाधन वंचितों, आम करदाताओं, महिलाओं, युवाओं, गरीब नागरिकों के हैं ना कि कुछ लुटेरों के। अगर भाजपा को भारत के संसाधानों की इतनी ही चिंता है तो पार्टी ने विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और (भारत से फरार अन्य कारोबारियों) लोगों को वापस लाने की कोई कोशिश क्यों नहीं की।’’
दोशी ने कहा, ‘‘इन कार्यकर्ताओं को सत्तारूढ़ भाजपा ने गैर-मुद्दे को मुद्दा बनाने के लिए भेजा था। यह भाजपा प्रायोजित लोगों की गुंडागर्दी है। इन कार्यकर्ताओं की मति भ्रष्ट हो गई है। उन्होंने कोविड-19 के दौरान कुप्रबंधन के लिए या जब प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक हो गए तब भाजपा के मंत्रियों के चेहरे पर काली स्याही क्यों नहीं पोती ?’’


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