राष्ट्रपति कोविंद ने गोवा के नए राजभवन की आधारशिला रखी
punjabkesari.in Wednesday, Jun 15, 2022 - 01:48 PM (IST)
पणजी, 15 जून (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को गोवा के नए राजभवन की आधारशिला रखी।
इस इमारत का निर्माण मौजूदा राज्यपाल भवन के परिसर में किया जा रहा है, जो तत्कालीन पुर्तगाली शासन के दौरान निर्मित 450 साल पुरानी संरचना है और एक पहाड़ी पर स्थित है।
राष्ट्रपति कोविंद ने बुधवार को नए परिसर की आधारशिला रखी। इस मौके पर गोवा के राज्यपाल पी. एस. श्रीधरन पिल्लई, मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत, केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद नाइक सहित कई हस्तियां मौजूद थीं।
राज्यपाल पिल्लई ने नए राजभवन की आधारशिला रखने के लिए राष्ट्रपति को शुक्रिया अदा किया और कहा कि यह गोवा के इतिहास में एक शुभ क्षण है।
उन्होंने कहा कि नए भवन से वर्तमान भवन को नुकसान नहीं पहुंचेगा, क्योंकि यह एक राष्ट्रीय स्मारक है और किसी को भी इसके किसी हिस्से को बदलने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा राजभवन एक राष्ट्रीय स्मारक है, लेकिन लोग सुरक्षा और अन्य कड़ी शर्तों के कारण इसे देख नहीं पाते। राजभवन में आम लोगों का आसानी से आना मुश्किल है।’’
राज्यपाल ने बताया कि राष्ट्रपति कोविंद ने ही पहले सुझाव दिया था कि यदि संभव हो तो उन्हें (राज्यपाल को) मुख्यमंत्री और अन्य लोगों से चर्चा करनी चाहिए और नए राजभवन के निर्माण के लिए प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मौजूदा राजभवन 450 साल से अधिक पुराना है। यह स्थिर है, लेकिन सभी राज्यों में नए राज्यपाल भवन के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
इस इमारत का निर्माण मौजूदा राज्यपाल भवन के परिसर में किया जा रहा है, जो तत्कालीन पुर्तगाली शासन के दौरान निर्मित 450 साल पुरानी संरचना है और एक पहाड़ी पर स्थित है।
राष्ट्रपति कोविंद ने बुधवार को नए परिसर की आधारशिला रखी। इस मौके पर गोवा के राज्यपाल पी. एस. श्रीधरन पिल्लई, मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत, केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद नाइक सहित कई हस्तियां मौजूद थीं।
राज्यपाल पिल्लई ने नए राजभवन की आधारशिला रखने के लिए राष्ट्रपति को शुक्रिया अदा किया और कहा कि यह गोवा के इतिहास में एक शुभ क्षण है।
उन्होंने कहा कि नए भवन से वर्तमान भवन को नुकसान नहीं पहुंचेगा, क्योंकि यह एक राष्ट्रीय स्मारक है और किसी को भी इसके किसी हिस्से को बदलने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा राजभवन एक राष्ट्रीय स्मारक है, लेकिन लोग सुरक्षा और अन्य कड़ी शर्तों के कारण इसे देख नहीं पाते। राजभवन में आम लोगों का आसानी से आना मुश्किल है।’’
राज्यपाल ने बताया कि राष्ट्रपति कोविंद ने ही पहले सुझाव दिया था कि यदि संभव हो तो उन्हें (राज्यपाल को) मुख्यमंत्री और अन्य लोगों से चर्चा करनी चाहिए और नए राजभवन के निर्माण के लिए प्रयास करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मौजूदा राजभवन 450 साल से अधिक पुराना है। यह स्थिर है, लेकिन सभी राज्यों में नए राज्यपाल भवन के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है।
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