इस राज्य में सरकार ने लिया बड़ा फैसला- 21 सितंबर से नहीं खोले जाएंगे स्कूल
punjabkesari.in Thursday, Sep 17, 2020 - 09:42 AM (IST)
नई दिल्ली- देशभर में कोरोना वायरस के कारण स्कूल काफ़ी समय से बंद है। एेसे में राज्य सरकार ने 21 सितंबर से स्कूल खोलने का फैसला किया था। लेकिन गुजरात में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी़ से बढ़ने के कारण 21 सितंबर से स्कूल न खोलने का फैसला किया है। बता दें कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने 21 सितंबर से देश भर में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोलने को कहा था।
मुख्यमंत्री विजय रूपानी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया है कि छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलना उचित नहीं होगा। इससे पहले शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए वैकल्पिक कैलेंडर लॉन्च कर दिया है। इस कैलेंडर में हफ्तेवार आठ हफ्ते का शेड्यूल दिया गया है। यह कैलेंडर को सीनियर सेकेंडरी स्टूडेंट्स के लिए NCERT द्वारा बनाया गया है। यह एकेडमिक कैलेंडर9वीं से 12वीं के बीच के सभी छात्रों पर लागू होगा।
इस कैलेंडर का मुख्य उद्देश्य छात्रों को घर से पढ़ाई के दौरान तकनीक और सोशल मीडिया टूल का उपयोग कराना है, जिससे उनकी पढ़ाई के दौरान कोई समस्याओं का न सामना करना पड़े।
शिक्षा मंत्रालय ने इस बात की जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए शेयर की है। उन्होंने इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा, सीनियर सेकेंड्री कक्षाओं के लिए अगले 8 सप्ताह के लिए वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर को आज लॉन्च किया गया।
गौरतलब है कि अनलॉक 4 में स्कूल खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि 21 सितंबर से 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं। जो भी छात्र-छात्राएं अगर 21 सितंबर से स्कूल जाना चाहते हैं तो इसके लिए वह जा सकते हैं लेकिन इसके लिए उनको पैरेंट्स की लिखित अनुमति लेनी पड़ेगी।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Shukrawar Upay: कुंडली में शुक्र है कमजोर तो कर लें ये उपाय, कष्टों से मिलेगा छुटकारा
Bhalchandra Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Rang Panchami: कब मनाया जाएगा रंग पंचमी का त्योहार, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Chanakya Niti: श्मशान घाट की तरह होते हैं ऐसे घर, नहीं रहती इनमें खुशियां