DU में उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का बहिष्कार करेगा DUTA

punjabkesari.in Tuesday, Nov 26, 2019 - 11:19 AM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक उत्तर पुस्तिका जांच (मूल्यांकन) का बहिष्कार करेंगे। इकसे साथ ही अपनी मांगे नहीं माने जाने पर जनवरी 2020 में दिल्ली विश्वविद्यालय को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। यह निर्णय सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय नॉर्थ कैम्पस में आयोजित दिल्ली विश्वविद्यालय टीचर्स एसोसिएशन (डूटा) की जनरल बॉडी मीटिंग (जीबीएम) में लिया गया। 

सोमवार को डूटा जीबीएम की बैठक में शिक्षकों की राय से उत्तरपुस्तिका जांच बहिष्कार और 28 अगस्त के पत्र को जल्द से जल्द वापस लेने के साथ ही सभी जगह  पढ़ा रहे एडहॉक और अस्थायी शिक्षको के समायोजन करने, शिक्षको के प्रोन्नति कराने एवम काले कमिटी को लागू कराने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही यह भी निर्णय हुआ कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन हमारी इन मांगो को नही मानती है तो जनवरी 2020 से दिल्ली विश्वविद्यालय पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। 

डूटा जीबीएम में लिए गए निर्णयों के विषय में पूछे जाने पर डूटा उपाध्यक्ष डॉ.आलोक रंजन पांडेय ने बताया कि जिस तरह से डीयू के उपकुलपति ने मनमानी तरीके से 28 अगस्त का लेटर भेजकर एडहॉक नियुक्ति को बंद कर दिया है। विश्वविद्यालय में लंबे समय से प्रमोशन नहीं हो रहा है। इसके खिलाफ हमने डूटा जीबीएम में उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन बहिष्कर किया है और आवश्यकता पडऩे पर हम जनवरी से विश्वविद्यालय को ठप कर देंगे। हम अब वीसी की मनमानी बर्दाश्त नहीं करेंगे।

एएडी अध्यक्ष डा.आदित्य नारायण मिश्रा ने अपने संगठन की तरफ से मूल्यांकन बहिष्कर के  निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि हमलोग पूरी तरह से डूटा के इस निर्णय के पक्ष में खड़े है और सभी शिक्षको से इसे सफल कराने के लिए निवेदन करते है। हम लोगों को 2019 के राष्ट्रीय शिक्षा नीति को वापस करवाना है। आज की डूटा जीबीएम की बैठक में शिक्षकों की उपस्थिति निराशाजनक रही। हम सभी को इसमे भारी भागीदारी सुनिश्चित कराने की कोशिश करनी चाहिए और ऐसे समय शिक्षको को तोडऩे के प्रयासों को सफल नही होने देना है। इसलिए उत्तर पुस्तिका जांच के बहिष्कार आंदोलन में हम सब एकता दिखाए।
 


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Riya bawa

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