दिल्ली विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षा- बिजली और ख़राब इंटरनेट से परेशान छात्र

punjabkesari.in Tuesday, Aug 04, 2020 - 01:32 PM (IST)

नई दिल्ली-- दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक एवं स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष की ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा (ओबीई) 10 अगस्त से शुरू होने वाली है लेकिन कई विद्यार्थी इंटरनेट और बिजली की समस्या की शिकायत कर रहे हैं। एेसे में बहुत से छात्रों ने अपने बयान दिए है--

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1. बिहार के मुजफ्फरपुर के रहनेवाले छात्र रौशन कुमार ने बताया,  "यहां बाढ़ की वजह से स्थिति बहुत खराब है, बिजली नहीं है। मैं ऐसे में कैसे परीक्षा दे पाऊंगा।'' दिल्ली विश्वविद्यालय के सत्यवती कॉलेज के छात्र रौशन ने कहा,  "मैं दो-ढाई दिन से अपने फोन की बैट्री तक चार्ज नहीं कर पाया हूं क्योंकि बिजली नहीं है। जिनके पास इंटरनेट है भी, वह भी कह रहे हैं कि उन्हें परीक्षा देने में समस्या आएगी।'' कुमार ने दावा किया कि कई विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास करने में भी सक्षम नहीं हो पाए थे। 

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2. कई विद्यार्थियों का कहना है कि उनके पास उनके पाठ्यक्रम की किताबें भी नहीं हैं। उनका कहना है कि अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा उत्तरपश्चिमी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा, दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संगठन (डूटा) के विरोध प्रदर्शन और कोरोना वायरस महामारी की वजह से प्रभावित है। 

3. एक अन्य छात्र ने बताया, "विश्वविद्यालय यह कह रहे हैं कि वे विद्यार्थियों को ऑफलाइन मोड से परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए दूसरा मौका देंगे। लेकिन यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि परीक्षा कब आयोजित होगी।'' ऑनलाइन क्लास के बारे में कई तरह के दावे किये जा रहे हैं लेकिन विद्यार्थी इसका लाभ उठाने में असमर्थ हैं।

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4. उन्होंने कहा, "अंतिम साल के विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए अन्य विश्वविद्यालयों में भी आवेदन करना होता है। अगर हम ऑनलाइन परीक्षा में हिस्सा नहीं लेंगे और ऑफलाइन का इंतजार करेंगे तो हम ऐसा कैसे कर पाएंगे? हमारा पूरा साल बर्बाद जाएगा।'' एक अन्य विद्यार्थी ने बताया कि वह मार्च के मध्य में सेमेस्टर की छुट्टी में घर गए थे लेकिन इसके बाद लॉकडाउन की घोषणा हो गई, वह अपने साथ किताब भी लेकर नहीं आए थे इसलिए पाठ्य सामग्री भी उनके पास नहीं है। 

5. एक प्रोफेसर ने बताया कि एक विभाग के 46 विद्यार्थियों में से 23 ने मॉक परीक्षा के दौरान हो रही परेशानियों के बारे में बताया। वहीं एक अन्य कॉलेज के 52 विद्यार्थियों में से 38 ऑनलाइन क्लास में हिस्सा नहीं ले पाए। इससे पहले ऑनलाइन परीक्षा एक जुलाई से शुरू होने वाली थी, फिर इसे बढ़ाकर 10 जुलाई कर दिया गया और बाद में अगस्त में किया गया। मिरांडा हाउस की प्रोफेसर आभा देव हबीब ने कहा, ‘‘विद्यार्थी परेशान हैं और उनकी परेशानियों को सुना नहीं जा रहा है। यहां तक कि अदालतों ने भी उनकी याचिकाओं पर सुनवाई नहीं की। विद्यार्थी वैसी ही समस्याओं का सामना कर रहे हैं जैसा कि प्रवासी श्रमिकों ने बंद के दौरान किया था।'' 


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Author

Riya bawa

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