अजब-गजब: बैंकॉक के इस मंदिर में इंसान के साथ रहते हैं Tiger!
punjabkesari.in Monday, Jun 15, 2020 - 02:59 PM (IST)
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देश दुनिया में बहुत से धार्मिक स्थल हैं। जिनमें से कुछ मंदिर से जुड़ी बातें तो इंसान को इस हद तक हैरान कर देती हैं, कि कुछ पल को व्यक्ति स्तब्ध होने को मज़बूर हो जाता है। अब आप इतनो तो समझ ही गए होंगे कि आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां इंसानों के साथ बाघ रहते हैं। जी हां, आपको ये जानकर जितनी अधिक हैरानी हुई होगी उससे कई गुना ज्यादा हैरान आप तब होंगे जब इस अद्भुत मंदिर की तस्वीरें देखेंगे जिसमें इंसान के साथ बाघ भी हैं।
दरअसल ये अद्भुत मंदिर बैंकॉक के कंचनबरी में स्थित है। जिसकी सबसे खास और अनोखी बात यही है कि यहां बाघ और इंसान एक साथ रहते हैं। सबसे अधिक आश्रर्य करने वाली बात ये है कि ये बाघ किसी को ज़रा सा भी नुकसान नहीं पहुंचाते। यही कारण है इस मंदिर को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। आइए आगे जानते हैं कैसे ये मंदिर बना टाईगर टेंपल-
तो इस तरह बना था यह टाइगर टेंपल
यहां के लेक मत के अनुसार एक समय में थाइलैंड में जानवरों की तस्करी होने लगी थी। तब कंचनबरी स्थित एक बौद्ध मंदिर ने जीवों को संरक्षण देने के लिए मंदिर परिसर में ही वन्यजीवों को पालन-पोषण शुरू कर दिया। बताया जाता है प्राप्त जानकारी के अनुसार साल 1999 में एक ग्रामीण ने मंदर परिसर में बौद्ध भिक्षु को एक बाघ का छोटा बच्चा लाकर दिया। जिसकी मां का कुछ व्यक्तियों ने मिलकर शिकार दिया था। कहा जाता है इस घटना के बाद ये सिलसिला शुरू हो गया। धीरे-धीरे गांव वाले बाघों के बच्चों को बचाकर यहां ले आते और बौद्ध भिक्षु उनका घर के बच्चों की तरह लालन-पालन करने लगे।
बौद्ध भिक्षु देते हैं प्रशक्षिण
बता दें इस मंदिर में बाघों के साथ बौद्ध भिक्षु न केवल रहते हैं बल्कि उनके साथ खेलते भी हैं। उन्हें अपने पास बठाकर खिलाते-पिलाते हैं। बताया जाता है कि मंदिर में रखे गए बाघों और आने वाले बाघों को शांति से रहने का प्रशक्षिण भी दिया जाता है।
इतना ही नहीं मंदिर में रहने वाले बाघ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के साथ भी खेलते हैं, कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते। मंदिर में बाघों और बौद्ध भिक्षुओं की यह दोस्ती इतनी गहरी है कि अब कंचनबरी के इस बौद्ध मंदिर को टाइगर टेंपल के नाम से भी जाना जाता है।