कांवड़ यात्रा पर SC में हुई सुनवाई, यूपी सरकार को कहा ‘सांकेतिक कांवड़ यात्रा’ पर फिर से करें विचार
punjabkesari.in Friday, Jul 16, 2021 - 12:48 PM (IST)
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जगन्नाथ यात्रा के बाद लगभग हर किसी की नज़र कावंड़ यात्रा पर बनी हुई है, कि इस बार क्या कावंड यात्रा निकाली जाएगी या नहीं। हालांकि उत्तराखंड ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए यात्रा रद्द कर दी है परंतु यूपी ने ऐसा नहीं किया। आज यानि शुक्रवार को यूपी सरकार की तरफ कांवड़ यात्रा पर मंजूरी दिए जाने के फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। खबरों के मुताबिक कावंड़ यात्रा को लेकर केंद्र सरकार का जो बड़ा बयान सामने आया है उसके अनुसार केंद्र ने कहा है कि कोरोना महामारी के चलते कावंड़ यात्रा की अनुमति नहीं दी जा सकती है। और न ही कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आंशका के चलते कांवड़ियों को हरिद्वार से गंगाजल लाने की अनुमति भी नहीं दी जाएगाी।
हाल ही में आई खबरों के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जानकारी दी है कि प्रदेश में कांवड़ यात्रा पर पूरी तरह रोक नहीं रहेगी, सांकेतिक रूप से कांवड़ यात्रा जारी रहेगी। जिस मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से फिर से विचार करने की बात कही है। बताया जा रहा है सर्वोच्च अदालत में अब ये मामला सोमवार को सुना जाएगा। जिसके चलते यूपी सरकार को एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को अपना जवाब देना होगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कावंड़ यात्रा हर व्यक्ति के जीवन के लिए अहम विषय है तथा धार्मिक और अन्य भावनाएं मौलिक अधिकार के अधीन ही हैं। बता दें यूपी सरकार ने अपने हलफनामे में कहा था कि प्रदेश में कांवड़ यात्रा पर पूरी तरह रोक नहीं है बल्कि कांवड़ यात्रा सांकेतिक रूप से चलाई जाएगी। इसके लिए सरकार द्वारा गाइडलाइन्स बनाई जा सकती हैं।
केंद्र के सुझाव-
इसके अलावा अदालत में सुनवाई के दौरान केंद्र द्वारा बताया गया कि राज्य सरकार को प्रोटोकॉल के तहत उचित निर्णय लेना चाहिए। जबकि केंद्र सरकार के द्वारा सभी एडवाइजरी पहले ही जारी की जा चुकी हैं।
केंद्र की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कहा गया है कि कांवड़ यात्रा को उत्तराखंड जाने की इजाजत नहीं देनी चाहिए, इसके लिए राज्यों को टैंकरों के माध्यम से खास जगहों पर गंगा जल उपलब्ध करवाना चाहिए, ताकि कांवड़ियें पास के शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर सकें।
बता दें कि कोरोना संकट को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है जबकि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूर्ण तरीके से रोक नहीं लगाई गई थी। जिस कारण सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया गया था।
बताया जा रहा है अब कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस अब सख्त हो गई है। डीजीपी की ओर से आए निर्देश के अनुसार 24 जुलाई से हरिद्वार बॉर्डर को कांवड़ियों के लिए सील कर दिया जाएगा। बता दें लगातार एक्सपर्ट्स द्वारा चेतावनी दी जा रही जिसके अनुसार कोरोना की तीसरी लहर कभी भी दस्तक दे सकती है। खासतौर पर पहाड़ी इलाकों में उमड़ रही भीड़ पर भी सरकार की ओर से चिंता व्यक्त की जा रही है। ऐसे में इसलिए कांवड़ यात्रा को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।