Sita Navami 2022: रावण और माता सीता से जुड़ा ये किस्सा है बेहद Surprising?

punjabkesari.in Tuesday, May 10, 2022 - 05:33 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज यानि 10 मई को देशभर के विभिन्न हिस्से में सीता नवमी का पर्व मनाया जा रहा है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मर्यादा  पुरुषोत्तम श्री राम की भावी अर्धांगिनी की देवी सीता का जन्म हुआ, जिसके उपलक्ष्य में हर साल इस दिन को सीता नवमी के रूप में मनाया जाता है। हिंदू धर्म से जुड़े लगभग लोग रामायण के बारे में जानते ही हैं, परंतु कुछ लोक कथाएं व मौखिक पंरपराएं ऐसी भी हैं, जो रामायण जैसे महाकाव्यों को बेहद खूबसूरत व आकर्षत बनाती हैं। तो चलिए सीता नवमी के इस खास मौके पर जानते हैं माता सीता के अवतरण से संबंधित जुड़े खास रहस्य। 
PunjabKesari Sita Navami, Sita Navami 2022, Mata Sita, Devi Sita, Story related mata sita, Myths related to devi sita, Sri ram and sita, ravan and mata sita myths, Dharmi katha in hindi, hindu dharmika katha in hindi, dharm, punjab kesari
तुलसीदास जी की रामायण के अनुसार इस महाग्रंथ की संपूर्ण कहानी माता सीता के अपहरण से लेकर भगवान राम और रावण के बीच युद्ध तक की है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रावण की बहन सूर्पनखा की नाक कटने के बाद रावण में अपनी बहन के अपमान के बदले की भावना आ गई थी, जिसके चलते उसने माता सीता का अपहरण किया था। 

हालांकि कई लोक कथाओं और प्राचीन ग्रंथों में माता सीता को रावण की ही पुत्री बताया जाता है। ऐसा कुछ मान्यताएं प्रचलित हैं कि माता सीता का जन्म धरती से हुआ था। दरअसल राजा जनक को खेत जोतने के दौरान सीता एक कलश में मिली थीं। राजा जनक माता सीता को घर ले आए और उनकी परवरिश की। उत्तर-पश्चिम में प्रचलित रामायण के एक संस्करण के मुताबिक, सीता को मेनका की दिव्य संतान कहा जाता है जिसे राजा जनक ने गोद लिया था। तो वहीं कुछ ग्रंथों में सीता माता को जनक की असली पुत्री बताया गया है। 

वेदवती का अवतार सीता- 
रामायण के कुछ संस्करणों के मुताबिक माता सीता को वेदवती का अवतार बताया गया है। ऐसा कहा जाता है कि एक बार जब वेदवती भगवान विष्णु की उपासना कर रही थी तो रावण उसकी सुंदरता से सम्मोहित हो उठा। रावण ने वेदवती और उसकी भक्ति को बाधित करने का प्रयास किया, जिससे तंग आकर वेदवती ने खुद को चिता में झोंक लिया और अंतिम समय में रावण से कहा कि अगले जन्म में वही रावण के अंत की वजह बनेगी। रामायण के इस संस्करण के मुताबिक, माता सीता वेदवती का ही अवतार थी।
PunjabKesari Sita Navami, Sita Navami 2022, Mata Sita, Devi Sita, Story related mata sita, Myths related to devi sita, Sri ram and sita, ravan and mata sita myths, Dharmi katha in hindi, hindu dharmika katha in hindi, dharm, punjab kesari
जैन रामायण संस्करण- 
इन सबसे अतिरिक्त जैन रामायण का एक संस्करण है, जिसके अनुसार देवी सीता को रावण की असली बेटी माना जाता है। इस संस्करण के अनुसार, मंदोदरी को जब देवी सीता के रूप में संतान प्राप्त हुई तो रावण बहुत खुश हुआ, लेकिन जैसी ही ये भविष्यवाणी हुई कि देवी सीता ही रावण के विनाश की वजह बनेगी, उसने तुरंत देवी सीता को कहीं दूर छोड़ने का आदेश दे दिया। हालांकि रावण ने हमेशा देवी सीता के ठिकाने पर नजर बनाए रखी।

जब रावण को पता चला कि देवी सीता किसी जनक राजा को खेत में मिल गई है तो वह बहुत प्रसन्न हुआ कि उसकी बेटी आज भी एक रानी की जिंदगी बिता रही है। जैन रामायण के अनुसार, रावण अपनी अपनी बेटी सीता के स्वयंवर में भी शामिल हुआ था। रावण यह जानकर काफी खुश था कि उसका विवाह अयोध्या के राजा राम से हो रहा है।

कथाओं के अनुसार 14 साल के वनवास से पहले तक सब ठीक ही चल रहा था, परंतु जब रावण को पता लगा कि उसकी बेटी राम के साथ वनवास भोग रही है तो उसने फौरन सीता का अपहरण कर उसे वापस लंका ले आने का फैसला कर लिया। लोगों ने इसे रावण के प्रतिशोध के रूप में देखा, क्योंकि राम-लक्ष्मण ने उसकी बहन सूर्पनखा की नाक काट दी थी। हालांकि रावण अपनी बेटी को दुखों के चुंगल से निकालना चाहता था। यहां तक कि रावण की पत्नी मंदोदरी ने भी सीता के प्रति उसके प्रेम को गलत समझा, क्योंकि वह नींद में उसका नाम दोहराता रहता था। तो ये था रामायण से जुड़ा एक ऐसा किस्सा जो बहुत कम लोग जानते हैं। 
PunjabKesari Sita Navami, Sita Navami 2022, Mata Sita, Devi Sita, Story related mata sita, Myths related to devi sita, Sri ram and sita, ravan and mata sita myths, Dharmi katha in hindi, hindu dharmika katha in hindi, dharm, punjab kesari
(नोट- पंजाब केसरी ऐसी किसी भी तरह के लेख की पुष्टि नहीं करता, उपरोक्त दी गई जानकारी केवल धार्मिक किंवदंतियों व मान्याताओं पर आधारित हैं)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Jyoti

Recommended News

Related News