श्री अमरनाथ यात्रा 2020: अगर आप भी कर रहे हैं यात्रा पर जाने की तैयारी तो जान लें ये बातें

punjabkesari.in Tuesday, Feb 04, 2020 - 11:37 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
प्राचीनकाल से चली आ रही जम्मू-कश्मीर में स्थित श्री बाबा अमरनाथ जी की यात्रा करोड़ों शिव भक्तों की आस्था का केंद्र है। भारत की इस सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा में देश-विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस यात्रा में आए श्रद्धालुओं से होने वाली आय से ही यहां के लोग अपने बेटे-बेटियों के शादी-विवाह, नए मकानों का निर्माण तथा खरीदारी आदि करते हैं। ऐसे में अगर आप भी इस यात्रा में शामिल होने को सोच रहे हैं तो उससे पहले यात्रा से जुड़ी कुछ बातों को ध्यान में रखना हर एक लिए बेहद जरूरी होता है। आइए जानते हैं वे कौन सी बातें हैं, जिन्हें जानना हर किसी के लिए आवश्यक है। 
PunjabKesari
कोई भी 13 वर्ष उम्र से कम या 75 वर्ष से ऊपर और छह सप्ताह के गर्भ से अधिक कोई औरत यात्रा के लिए पंजीकृत नहीं करेगा।
Follow us on Twitter
यात्रा से कम से कम एक महीना पहले तैयारी के तौर पर 4-5 किलोमीटर सुबह-शाम की सैर शुरू करें। योग के माध्यम से शरीर की ऑक्सीजन संबंधी दक्षता को बेहतर बनाने के लिए गहरी सांस लेने का अभ्यास करें। विशेषकर प्राणायाम शुरू कीजिए। यात्रा में अपनी सामान्य क्षमता से अधिक बल लगाने से बचिए।

पानी की कमी और सिरदर्द से बचने के लिए खूब पानी पीजिए। एक दिन में लगभग 5 लीटर पानी पीजिए। थकान और लो ब्लड शुगर लेवल से बचने के लिए काबोहाइड्रेड काफी मात्रा में लीजिए। अपने साथ पोर्टेबल ऑक्सीजन ले जाइए।
PunjabKesari
अल्कोहल, कैफीन वाले उत्पादों का सेवन अथवा धूम्रपान न करें। यदि आपको ऊंचाई पर पेरशानी हो रही है तो और ऊंचाई पर मत जाइए, बल्कि फौरन नीचे उतरते हुए उस स्थान तक आइए, जहां आपको अनुकूलता महसूस हो।
Follow us on Instagram
पवित्र गुफा की यात्रा के दौरान 14000 फुट तक की ऊंचाई तक चढ़ाई करनी पड़ती है, यात्री इस ऊंचाई के कारण बीमार भी पड़ सकते हैं। श्री अमरनाथजी की यात्रा के दौरान ऊंचाई पर होने वाली परेशानियां जैसे भूख न लगना, मतली, उल्टी, थकावट, कमजोरी, चक्कर आना और सोने में कठिनाई, देखने में बाधा, मूत्राश्य का ठीक से कार्य न करना, आंतों का ठीक से काम न करना, गतिविधियों में तालमेल न रहना, शरीर के एक हिस्से में लकवा, चेतना का लोप हो जाना और मानसिक स्थिति में बदलाव, सुस्ती, सीने में जकडऩ, कंजेशन, तेजी से सांस लेना और हृदय की धड़कन बढ़ना महसूस हो तो तत्काल चिकित्सीय परामर्श लें। जरूरत पडऩे पर यात्रा रोक दें।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Lata

Recommended News

Related News